Wednesday , 19 March 2025

भ्रष्टाचार बना व्यवस्था का प्रमुख अंग

           दोस्तों आज क्विक न्यूज़ एक ऐसी सामाजिक बुराई के बारे में बात करने जा रहा है जो धीरे-धीरे हमारे लिए एक नासूर बन चुकी है। दोस्तों क्विक न्यूज़ आपके सामने हाजिर है इस विषय पर बहुत विस्तार से बात करने के लिए।

          दोस्तों आज बात करते हैं हम भ्रष्टाचार की हमने अक्सर सुना है कि भ्रष्टाचार और रिश्वत दोनों बहुत जरूरी है रिश्वत बिना कोई काम नहीं होता है। अक्सर लोग कहते हैं कि बगैर रिश्वत के कोई काम होता ही नहीं है। तो क्या दोस्तों हमारे समाज ने इस बुराई को एक व्यवस्था के रूप में स्वीकार कर लिया है।इसी विषय पर हमारे कुचामन की ही कुछ घटनाओं पर चर्चा लेकर आया है आज क्विक न्यूज़।

          दोस्तों कुछ दिन पूर्व राजस्थान पत्रिका के फ्रंट पेज पर एक समाचार छपा था, मामला था कुचामन के पास ही बोरावड नगर पालिका का दोस्तों बोरावड नगर पालिका के अध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल भ्रष्टाचार के आरोप पर बोलते हैं “जो काम करेगा वह तो खाएगा “दोस्तों समाचार आपकी स्क्रीन पर मौजूद है। दोस्तों एक जिम्मेदार पद पर बैठा जन प्रतिनिधि जब खुले आम इस तरह का बयान देता है तो समझ लीजिए स्थिति गंभीर है। दोस्तों क्विक न्यूज़ समय समय पर इस संबंध में आवाज उठाता रहा है।

             आज फिर सिलसिलेवार एक के बाद एक घटनाओं का जिक्र क्विक न्यूज़ आपके सामने कर रहा है दोस्तों वीडियो कुछ ज्यादा लंबा होने वाला है इसलिए इस वीडियो को हमने तीन भागों में बांट दिया है कल फिर इस बात के आधे भाग को कल आपके सामने लेकर फिर आएगा क्विक न्यूज़।

              दोस्तों सबसे पहले सड़क निर्माण की बात करते हैं दोस्तों आरटीआई एक्टिविटी पंच परसाराम बुगालिया और चतुर्भुज शर्मा के सहयोग से सड़क निर्माण में होने वाले भ्रष्टाचार पर क्विक न्यूज़ में पहले भी कार्यक्रम किया था।दोस्तों एक बार नहीं पांच बार कार्यक्रम किया था। लेकिन दोस्तों हमें लगता है प्रशासन तो प्रशासन पर कुछ जनता भी नहीं चाहती कि उनके घर के या प्रतिष्ठान के बाहर की सड़क अच्छी बने।दोस्तों ऐसे में क्या यह सही है कि जनता को भ्रष्टाचार एक व्यवस्था के रूप में स्वीकार्य है।  

              तो दूसरी सबसे प्रमुख घटना है पंचायत समिति द्वारा दुकान में हुए भ्रष्टाचार की दोस्तों लगभग एक माह पहले क्विक न्यूज़ ने इस विषय पर एक कार्यक्रम किया था, उससे पहले भी दो-तीन कार्यक्रम कर चुका है, और इसमें हमने स्पष्ट रूप से बताया था कि मुख्य स्टेशन रोड पर स्थित पंचायत समिति परिसर में बनी दुकानों में से एक दुकान पर किस तरह से भ्रष्टाचार किया गया।

           लेकिन फिर भी एक बार संक्षिप्त रूप में दर्शकों को बता दे की भ्रष्टाचार का क्या मामला है। दोस्तों पंचायत समिति की दुकानों के बीच में कुछ खाली जगह छोड़ी गई थी जो की रास्ता या ऊपर जाने की सीढ़ियों के रूप में काम में आना था। लेकिन पंचायत समिति के ही एक कर्मचारी द्वारा इस खाली जगह पर एक दुकान का निर्माण कर दिया गया और उस दुकान को अपने चहेते को किराए पर भी दे दिया गया। दोस्तों लगभग 5 साल तक यह दुकान चल भी गई लेकिन किसी को कानों कान खबर भी नहीं हुई। 

           आरटीआई एक्टिविष्ट चतुर्भुज शर्मा के संज्ञान में जब यह बात आई तो उन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई। नतीजा दुकान को रातों-रात खाली करवा दिया गया जब चतुर्भुज शर्मा ने इस संबंध में शिकायत की तो आसपास के दुकानदारों को धमकाया गया और खाली कागज पर साइन करवा लिए गए साथ ही यह भी कहा गया कि यदि जाँच आती है तो आपको कहना है कि किसी भी प्रकार की यहां पर दुकान कभी थी ही नहीं।

           दोस्तों ईसके साथ उनको यह भी धमकी दी गई कि यदि आप इस तरह की बात नहीं करते हैं तो आपकी दुकान खाली करवा ली जाएगी या किराया डबल कर दिया जाएगा।दोस्तों आपकी स्क्रीन पर चल रही तस्वीरे चीख चीख कर बयां कर रही है कि यहां पर दुकान थी। लेकिन पंचायत समिति कर्मचारियों द्वारा सुविधा के लिए दुकानदारों को धमकाया गया।

            दोस्तों क्विक न्यूज़ के पिछले कार्यक्रम में दुकानदारों द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि यह कार्य उन्हें डरा धमका कर किया गया था।बहरहाल दोस्तों सामाजिक कार्यकर्ता पंच परसाराम बुगालिया और चतुर्भुज शर्मा पूरे जोर शोर से इस प्रकरण को उजागर करने में लगे हुए हैं।दोस्तों इन दोनों ने सभी उच्च अधिकारियों को शिकायत की ही है साथ ही सूचना के अधिकार के तहत आईटीआई भी लगाई है।दोस्तों अधिकारियों द्वारा इस विषय पर कोई सुनवाई नहीं की गई और आईटीआई का जवाब भी आपकी स्क्रीन पर देख सकते हैं, जो प्रश्न पूछे गए हैं उनका जवाब ही नहीं है बात को गोल-गोल घुमाया गया है और कई जगह यह लिख दिया गया है की सूचना उपलब्ध नहीं है।

             अब दोस्तों इस जवाब का क्या कारण हो सकता है आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं।दोस्तों अंत में यह दोनों लोग परसों जब राजस्थान पीसी सी के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा कुचामन आए तो उपरोक्त प्रकरण को लेकर उनके पास गए और न्याय की लड़ाई में साथ देने की मांग की। दोस्तों आश्चर्यजनक बात यह है कि इस पूरे प्रकरण में जबकि भ्रष्टाचार स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है किसी भी मीडिया कर्मी ने रुचि नहीं दिखाई बल्कि जब श्री चतुर्भुज शर्मा ने उन्हें समाचारों से अवगत कराया तो उन्हें गोल-गोल जवाब देकर रवाना कर दिया गया। समाचार किसी भी पत्रिका में या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं दिया गया। दोस्तों विषय लंबा है इसका दूसरा भाग कल फिर लेकर हाजिर होगा क्विक न्यूज़ दोस्तों कल हम बताएंगे कि किस तरह निजी संस्थानों में भ्रष्टाचार पनप रहा है आपके सामने कल फिर से हाजिर होगा क्विक न्यूज़…..

About Manoj Bhardwaj

Manoj Bhardwaj
मनोज भारद्धाज एक स्वतंत्र पत्रकार है ,जो समाचार, राजनीति, और विचार-शील लेखन के क्षेत्र में काम कर रहे है । इनका उद्देश्य समाज को जागरूक करना है और उन्हें उत्कृष्टता, सत्य, और न्याय के साथ जोड़ना है। इनकी विशेषज्ञता समाचार और राजनीति के क्षेत्र में है |

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