Tuesday , 15 July 2025

श्री जे. डी. जैन स्कूल द्वारा बच्चों को मोबाइल से दूर रखने का संकल्प हो रहा है पूरा

 पलटन गेट स्थित श्री जे. डी. जैन इंग्लिश मीडियम सैकण्डरी स्कूल की प्रधानाचार्या शशि सोनी ने बताया कि पिछले दो-तीन महीनों से विद्यार्थियों को मोबाइल से दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है, जो सफलता की ओर अग्रसर है। प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों को मोबाइल के दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए उन्हें नियमित रूप से मोबाइल से दूरी बनाये रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जो विद्यार्थी लगातार एक महीने तक मोबाइल का प्रयोग नहीं करता है, उसे प्रार्थना सभा में पुरस्कार देकर अन्य विद्यार्थियों के सामने आदर्श रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।
जिन विद्यार्थियों ने मोबाइल से लगातार दूरी बनाई, उनका कहना है कि पहले हमारी याददाश्त कमजोर हो रही थी और चिड़चिड़ापन बढ़ रहा था तथा आँखें भी कमजोर हो रही थी। मोबाइल देखते खाना खाने से खाने के स्वाद का भी पता नहीं चल रहा था। जब से हमने मोबाइल से दूरी बनाई हमारे अंदर अच्छे परिवर्तन आना शुरू हो गए हैं।
विद्यालय कार्यकारिणी के सचिव श्री संतोषजी पहाड़िया ने विद्यालय के इस संकल्प की मुक्तकंठ से प्रशंसा की तथा कहा कि वर्तमान समय में मोबाइल के कारण विद्यार्थियों में कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक विकार उत्पन्न हो रहे हैं।

कुछ अभिभावकों द्वारा दी गई प्रतिक्रियाएँ-

1. विद्यालय और हम माता-पिता के संयुक्त प्रयासों से दोनों बच्चों (अनाया एवं अविका डालूका) ने मोबाइल के दुष्परिणामों को समझा और मोबाइल देखना बंद कर दिया है, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इससे बच्चों के जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन होंगे। कई शारीरिक परिवर्तन जैसे कि नींद की गुणवत्ता में सुधार, आँखों की रोशनी में सुधार, शारीरिक गतिविधियों में रुचि बढ़ना, भोजन और पाचन में सुधार, ऊर्जा स्तर में वृद्धि तथा कई मानसिक परिवर्तन जैसे एकाग्रता और ध्यान में सुधार, तनाव और चिंता में कमी, आत्मविश्वास में वृद्धि, पढ़ाई में रुचि और गहराई में वृद्धि, मानसिक शांति और स्थिरता में वृद्धि होगें। यह परिवर्तन विद्यार्थी के लिए एक नए जीवन की शुरुआत है, जहां वह स्वस्थ, खुश और सफल हो सकता है। यह परिवर्तन न केवल विद्यार्थी के लिए लाभकारी है, बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक संदेश है कि हम अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और स्वस्थ जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
(अनाया एवं अविका डालूका के अभिभावक)

2. आदरणीय प्रधानाचार्या महोदयाजी, आपके नेतृत्व, मार्गदर्शन व सभी शिक्षकगण साथियों के समर्पण और मेहनत के कारण मेरे बच्चों (अथर्व एवं आरव पारीक) ने मोबाइल देखने की आदत को छोड़ा, जिसके कारण उनमें अनुशासन, समर्पण और मेहनत की भावना विकसित हुई तथा उनका शारीरिक क्रियाकलापों में रुझान बढ़ा। शहर में बहुत से विद्यालय हैं, पर आपके विद्यालय द्वारा जो यह कार्य किया जा रहा है, यह भौतिक धरातल पर सबसे बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए हम सभी अभिभावकगण आपका हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।
(अथर्व एवं आरव पारीक के अभिभावक)

3. विद्यालय द्वारा बच्चों को मोबाइल की लत से दूर करने के लिए चलाया जा रहा कार्यक्रम विद्यालय का एक बहुत ही सराहनीय कदम है। इस तरह के कार्यक्रम वर्तमान समय में बहुत आवश्यक है। मेरी पुत्री परीनीता शेखावत ने विद्यालय के इस कार्यक्रम से प्रेरित होकर मोबाइल देखने की आदत को छोड़ दिया है। उसने पिछले 40 दिनों से मोबाइल नहीं देखा है एवं आगे भी इसका उपयोग नहीं करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। आपके इस कार्यक्रम की वजह से कक्षा तीसरी में पढ़ने वाली मेरी पुत्री को यह समझ आ चुका है कि मोबाइल देखना आंखों की रोशनी, मानसिक स्वास्थ्य एवं अध्ययन कार्य में बाधक बनता है। हमारे परिवार के लिए यह एक सुखद अनुभव है। विद्यालय के इस आदर्श मार्गदर्शन कार्यक्रम के लिए, मैं एक अभिभावक के नाते प्रधानाध्यापिका महोदया एवं विद्यालय परिवार का बहुत-बहुत आभार प्रकट करता हूं। धन्यवाद।
(परीनीता शेखावत के अभिभावक)

4. आदरणीया प्रधानाचार्या जी, आपके इस प्रोत्साहनपूर्ण कार्य के लिए सादर वंदन अभिनंदन। छात्रा द्वारा मोबाइल उपयोग न करना आपकी एवं विद्यालय परिवार की प्रेरणाओं का परिणाम है। आशा है कि आगे भी इसी तरह सभी छात्र प्रेरणा प्राप्त करते रहेंगे। धन्यवाद।
(जयस्वी राठौड़ के अभिभावक)

5. आदरणीया प्रधानाचार्या जी, आपके इस प्रोत्साहनपूर्ण कार्य के लिए सादर वंदन अभिनंदन। छात्रा द्वारा मोबाइल उपयोग न करना आपकी एवं विद्यालय परिवार की प्रेरणाओं का परिणाम है। मेरी बच्ची में बहुत सारे बदलाव आये है जैसे- अपने दादाजी को कहानी सुनाना, अपने छोटे भाई के साथ खेलना, उसको पढ़ाई कराना आदि। आशा है कि आगे भी इसी तरह सभी छात्र प्रेरणा प्राप्त करते रहेंगे। धन्यवाद।
(अंशिका के अभिभावक)

About Manoj Bhardwaj

Manoj Bhardwaj
मनोज भारद्धाज एक स्वतंत्र पत्रकार है ,जो समाचार, राजनीति, और विचार-शील लेखन के क्षेत्र में काम कर रहे है । इनका उद्देश्य समाज को जागरूक करना है और उन्हें उत्कृष्टता, सत्य, और न्याय के साथ जोड़ना है। इनकी विशेषज्ञता समाचार और राजनीति के क्षेत्र में है |

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