विक्रमादित्य पंचांग के अनुसार हर वर्ष चैत्र सुदी एकम के दिन भारतीय नव संवतसर मनाया जाता है। इस वर्ष विक्रम संवत 2082 मनाया गया। कुचामन में भी इस नव वर्ष के उपलक्ष में विशाल शोभायात्रा निकाली गई।लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी शोभायात्रा में लगभग 35 झांकियां थीं,और लगभग 10 डीजे अपनी स्वर लहरिया बिखेर रहे थे। साथ ही बेंड पार्टियां भी अपनी मधुर शास्त्रीय स्वर लहरियां बिखेर रही थी।

साथ ही शहर की भीड़ भी शोभायात्रा मे उमड़ पड़ी डीजे और बेंड पार्टियों की मधुर धुन पर युवक अपना नृत्य कौशल दिखा रहे थे आप देखिये विडिओ अपनी पूरी स्क्रीन पर।युवक और युवतियां नाच रहे है।भगवा झंडे लहराते युवक अपनी अलग ही छाप छोड़ रहे थे। आप वीडियो में देख सकते हैं युवाओं में एक अलग ही जोश दिखाई दे रहा था।विशेष आकर्षण पवन पुत्र हनुमान की झांकी और नासिक से बुलाई गई ढोल पार्टी थी।

पूरे शहर में भगवा रंग के द्वार सजाए गए थे साथ ही हर जगह पर हर मोड़ पर जुलूस पर पुष्प वर्षा की जा रही थी और जुलूस के लिए पानी शरबत आदि की व्यवस्था अलग-अलग संगठनों द्वारा की गई थी। ढोल पार्टी द्वारा विशेष लय के साथ ढोल बजाना और उस पर लोगों का नाचना अपनी अलग ही छठा बिखेर रहा था।

क़ृषि मंढी से शुरू हुई शोभायात्रा आथूना दरवाजा,पुराने बस स्टैंड,गोलप्याऊ,पलटन गेट, पुरानी धान मंडी,घाटी कुआं,नया शहर, सीकर बस स्टैंड, सेवा समिति की गली से होते हुए भोमराजका स्कूल में समाप्त हुई।इससे पूर्व नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पुराने बस स्टैंड के चौक में एक शानदार देश भक्ति संध्या का आयोजन भी किया गया। आइये देखते हैं देश भक्ति संध्या की कुछ झलकियां।

कुचामन के सुप्रसिद्ध कलाकार मुकेश राजपूत द्वारा प्रस्तुत इस देश भक्ति संध्या का जलवा कुछ इस तरह था, कि खचाखच भरे पंडाल को भी थिरकने के लिए मजबूर होना पड़ा।सीधे शब्दों में कहा जाए तो नव संवतसर का कार्यक्रम पूरे जोशोखरोश के साथ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।