नितेश शर्मा का सफर कुचामन सिटी एक छोटे से गांव पांचवा से लेकर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) तक का है। 2021 में जब उन्होंने BHU में दाखिला लिया, तो उन्हें यह एहसास हुआ कि उनकी तरह कई और गांव के बच्चे भी बड़े शहरों के प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिला लेने के लिए कठिनाइयों का सामना करते हैं। इस सोच ने उन्हें प्रेरित किया कि वह अपने गांव के बच्चों की मदद करें, उन्हें काउंसलिंग और एडमिशन से जुड़ी सहायता देकर उन्हें अच्छे संस्थानों में पढ़ाई के लिए प्रेरित करें।
2022 में अपने दोस्तों के साथ मिलकर, नितेश ने Whitebook का गठन किया। उन्होंने शुरुआत में CUET, NEET, और JEE जैसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में छात्रों की मदद करते हुए उनका एडमिशन फॉर्म भरने से लेकर काउंसलिंग तक की पूरी सहायता देना शुरू किया। जल्दी ही Whitebook की टीम ने कई छात्रों को इन परीक्षाओं में सफलता दिलाई, और उनका नेटवर्क देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों जैसे JNU, BHU, DU, AU में फैल गया।
Whitebook का मॉडल बहुत ही यूनिक था—जो छात्र Whitebook की मदद से दाखिला लेते थे, वही छात्र बाद में Whitebook की टीम में शामिल होकर नए छात्रों की मदद करते थे। यह एक self-sustaining chain बन गई, जिसमें हर छात्र अपने सफर को दूसरों के लिए आसान बना रहा था।
इस सफल पहल के कारण, Whitebook ने आज तक 200 से अधिक छात्रों को देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में दाखिला दिलवाया है। अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु में भी Whitebook ने 25 से अधिक छात्रों को अपनी कोचिंग और काउंसलिंग की मदद से प्रवेश दिलवाया है।
जनवरी 2024 में, नितेश ने Whitebook को एक पंजीकृत NGO के रूप में “Whitebook Youth Foundation” का रूप दिया। इस फाउंडेशन ने जेंडर अवेयरनेस, मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी बेहतरीन काम किया है, और नए छात्रों की मदद के लिए नए पहलुओं की शुरुआत की है।
आज, नितेश और उनकी Whitebook Youth Foundation की टीम न केवल छात्रों को दाखिला दिलाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें उनके जीवन के हर कदम पर मार्गदर्शन भी देती है, ताकि उनका सफर और भी सफल हो सके। नितेश की सफलता का राज उनका समर्पण है, जो उन्होंने अपने दोस्तों और छात्रों के साथ मिलकर अपने सपने को सच किया।
नितेश के इन्ही सब कामो को देखते हुए उन्हें राजस्थान के मुख्य मंत्री श्री भजन लाल द्वारा कल यूथ आइकन के रूप में सम्मानित किया गया | सम्मान में उन्हें एक लाख का चेक मुख्यमंत्री द्वारा सोंपा गया | समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा राज्यवर्धन सिंह राठोड़ भी उपस्थित थे |