सकल दिगम्बर जैन समाज कुचामन सिटी के द्वारा संत शिरोमणी आचार्य श्री 108 विद्यासागरजी महाराज का प्रथम समाधि दिवस 6 फरवरी 2025 को बडे़ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें विद्यासागरजी महाराज का गुणानवाद करते हुए श्री 1008 भगवान महावीर दिगम्बर जैन मन्दिर, डीडवाना रोड़ से प्रारम्भ होकर प्रभात फेरी भजन गाते हुए गाजे बाजे के साथ जैन भवन होते हुए पुरानी धान मण्डी अजमेरी, नागौरी मन्दिरजी के प्रांगण में पहुँची।
नागौरी मन्दिर के अध्यक्ष विनोद कुमार झांझरी ने बताया कि महावीर भवन के प्रांगण में संत शिरोमणी आचार्य श्री 108 विद्यासागरजी महाराज के चित्र अनावरण के पुण्यार्जक संतोषकुमारजी, प्रवीणकुमारजी, विपिनजी पहाड़िया परिवार रहे और दीप प्रज्जवलन पुण्यार्जक कमलकुमारजी, कैलाशचन्दजी, निर्मलकुमारजी पाण्ड्या परिवार रहे।
नागौरी मन्दिर जी के मंत्री संजयकुमार सेठी ने बताया कि संत भवन में श्री 1008 भगवान शांतिनाथ जी की प्रतिमा के सामने देव-शास्त्र-गुरु, सोलहकारण, दसलक्षण व्रत व संत शिरोमणी आचार्य श्री 108 विद्यासागरजी महाराज की संगीतमय पूजन टीकमगढ़ से पधारे पण्डित सुनिलकुमार जैन, विकास पहाड़िया, अमित पाटोदी ने बड़े भक्तिभाव से नाचते-गाते सम्पन्न करवाई।
नागौरी मन्दिर जी के कोषाध्यक्ष अभिषेक काला ने बताया कि रात्रि में 7ः30 बजे संगीतमय आरती का आयोजन किया गया तथा उसके पश्चात भजन व आचार्य श्री का गुणानुवाद किया गया एवं जैन पाठशाला के बच्चों द्वारा आचार्य श्री के गृहस्थ जीवन पर बहुत ही सुन्दर लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।
श्री जे.डी. जैन इंग्लिश मीडियम के सचिव संतोषकुमार पहाड़िया ने बताया कि विद्यालय में आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के जीवन पर चलचित्र के माध्यम से प्रकाश डाला गया तथा प्रधानाध्यापिका शशी सोनी एवं िवद्यालय के जैन पण्डित अजय शास्त्री ने आचार्य श्री के जीवन के आदर्शों एवं शिक्षाओं को अपनाने पर बल दिया। शिक्षक विरेन्द्रसिंह शेखावत ने विद्यार्थियों को जानकारी दी कि आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज की स्मृति में कुचामन पार्क में एक विशाल पक्षी घर बना हुआ है, जहां प्रत्येक शहरवासी दाना-पानी की व्यवस्था कर अपने जीव दया के भाव को सरोकर कर सकता है। एवं डीडवाना रोड़ मन्दिर परिसर में आचार्य श्री के 50 वाॅ दीक्षा दिवस के उपलक्ष्य में भव्य कीर्ति स्तम्भ का निर्माण किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थ्ति समाज के वरिष्ठ जयकुमारजी पहाड़िया, लालचन्दजी पहाड़िया, सुमेरमलजी बज, शोभागमलजी गंगवाल, देवेन्द्रकुमारजी पहाड़िया, विमलचन्दजी जैन, सुरेशकुमारजी जैन, अशोकजी जैन, अजितकुमारजी पहाड़िया, अभिषेकजी पाटनी एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के पुरुष वर्ग, महिला वर्ग, युवा वर्गं का पूर्ण सहयोग रहा। मंच संचालन अशोककुमार जी झांझरी ने किया।
