हमें गर्व है कि हैं हम भारतीय है और राजस्थान प्रदेश में रहते है।
राजस्थानी भाषा को भी मान्यता के लिए किए जाने चाहिए प्रयास।
साफा कुर्ते में गर्व हुआ महसूस।

कुचामन सिटी। राजस्थान दिवस के उपलक्ष में नौ बैग डे कार्यक्रम अंतर्गत सभी विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करवाए गए। राजस्थान दिवस के उपलक्ष में नौ बैग डे कार्यक्रम के अंतर्गत शनिवार को राज्य के समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। राजस्थान वासियों को राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। राजस्थान की परम्परा अपने आप में अनोखी है।

राज्य सरकार की इस पहल से विद्यार्थियों को राजस्थान की सांस्कृतिक, पारंपरिक, ऐतिहासिक और विविधता को देखने और समझने का अवसर मिलेगा। रविवार को अवकाश होने के कारण आज ही राजस्थान दिवस के अवसर पर आयोजित कुछ राजस्थानी लोक कला, लोकनृत्य आदि गतिविधियों की प्रस्तुति दी। जिसके अंतर्गत समस्त विद्यालयों में नौ बैग डे के दिन शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा राजस्थान की पारंपरिक पोशाक पहनना, भाषण, कविता और राज्य की स्थानीय भाषा में परिचय दिलवाना इत्यादि शामिल रहा।

शिक्षक और विद्यार्थियों द्वारा राजस्थान की पारंपरिक पोशाक पहनना जिसमें कुर्ता बंधेज साड़ी, घाघरा, साफा, धोती, कुर्ता, पजामा और राजपूती पोशाक इत्यादि जिससे उन्हें राज्य के सांस्कृतिक ऐतिहासिक और विविधता को समझने और सहराने का अवसर मिला। यह गतिविधियां विद्यार्थियों को राजस्थान की लोक परंपराओं से जुड़ने में मदद करेगी और राजस्थान की परंपराओं का अनुभव भी करवाएगी।

विद्यालय में भाषण, कविता वाचन गतिविधियां, राजस्थानी भाषा के संबंध में सत्र आयोजित किए गए। जिसमें सरल राजस्थानी शब्दों वाक्यांशों और अभिवादन से परिचय कराने के लिए सत्र का आयोजन किया गया। राज्य के स्थानीय बोलियां को बढ़ावा देने का एक मनोरंजन तरीका भी आयोजित हुआ। राज्य की भाषा राजस्थानी की मान्यता के लिए भी ज्ञापन आदि भी दिए जा रहे है।