नाम नितिन परिहार, निवासी इंदौर, बड़े अरमान से उसने अपने प्यार के साथ जिंदगी बिताने के लिए परिवार वालों के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह किया था। उसे क्या मालूम था कि जिस प्यार को पाने के लिए उसने अपने घर वालों से विद्रोह किया था, वही प्यार उसे आत्महत्या करने पर मजबूर कर देगा।
इंदौर के बाणगंगा के यादव नगर निवासी इवेंट फोटोग्राफर और कैफै संचालक नितिन परिहार ने सोमवार की रात को सुसाइड कर लिया । 14 पन्ना के सुसाइड नोट में नितिन ने अपनी पत्नी कुचामन निवासी हर्षा शर्मा और उसके परिवार पर आरोप लगाते हुए नितिन लिखते है की हर्षा के परिवार ने कभी उसे स्वीकार ही नहीं किया।
दरअसल 2019 में नितिन ने अपनी प्रेयसी कुचामन सिटी निवासी हर्षा शर्मा से शादी की थी। अब जैसा की आम तौर पर होता है इस प्रेमियों पर दोनों के घर वाले नाराज थे,तो दोनों ही अलग किराए का मकान लेकर रहने लगे। लेकिन दो माह बाद नितिन के परिवार ने उन्हें अपना लिया और अपने समाज के सामने उनकी शादी करवा दी।
लेकिन नितिन के अनुसार उनकी सास सीता देवी इस शादी से कभी राजी नहीं हुई।अपने सुसाइड नोट में नितिन परिहार लिखते हैं कि उनकी मौत का कारण सिर्फ और सिर्फ उनकी पत्नी हर्षा शर्मा सासे सीता देवी,दोनों सालियाँ मीनाक्षी और वर्षा शर्मा है। उनके अनुसार इन चारों ने उन्हें बहुत डराया और ब्लैकमेल किया।
दोस्तों 2024 में हर्षा शर्मा ने अपने पति नितिन, जेठ सूरज और अपनी सास पर दहेज का केस दर्ज करवा दिया। और समझौते के लिए 20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे।बात यही नहीं रुकती दोस्तों नितिन के अनुसार कुचामन पुलिस द्वारा भी दहेज प्रताड़ना की एफ आई आर से नाम हटाने के एवज में ₹50,000 की मांग भी रखी गई थी।
दोस्तों नितिन और हर्षा के एक पुत्र भी था। लेकिन उस पुत्र से भी नितिन को नहीं मिलने दिया जाता था। साथ ही दहेज प्रताड़ना के केस में भी नितिन को बार-बार कुचामन आना पड़ता था। इससे उसके व्यापार में भी घाटा हो गया ऐसी स्थिति में हताश होकर नितिन ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया।
नितिन ने अपने सुसाइड नोट में भारत सरकार से भी अपील की है कि दहेज प्रताड़ना के केस के नियमों मे बदलाव लाया जाए।क्योंकि महिलाएं इसका दुरुपयोग करती है।
अपने सुसाइड नोट में नितिन ने अपनी पत्नी और सास पर आरोप लगाए की शादी के बाद उसकी पत्नी हर्षा अक्सर उसके बड़े भाई और परिवार से झगड़ा करती रहती थी। इस सबसे बचने के लिए नितिन ने परिवार भी छोड़ा लेकिन हर्षा ने विवाद करना नहीं छोड़ा। वह अकेले रहकर भी हमेशा झगड़ा करने लगी। जब उसने बेटा हुआ तो वह अपने पीहर गई और लौटकर नहीं आई। जब समझौता नहीं हुआ और विवाद बढ़ा तो दहेज प्रताड़ना का कैस लगा दिया गया।
कैसे हटाने के बदले 20 लाख रुपए की मांग की गई। जब यह लोग कुचामन पहुंचे तो इन्हें और कैस लगाने की धमकियां दी गई। दोस्तों इस तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के बाद नितिन परिहार ने आत्महत्या का कदम उठाया और उसने अपनी इहलीला को समाप्त कर दिया।
साभार दैनिक भास्कर