
कुचामन के पांच व्यापारियों को धमकी भरे कॉल करके फिरौती मांगने वाले प्रकरण के अंतर्गत (एजीटीएफ) एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के द्वारा दुबई से कुचामन निवासी आदित्य जैन उर्फ़ टोनी को आज कड़ी सुरक्षा के बीच कुचामन लाया गया। राजकीय अस्पताल में आवश्यक जांच के बाद आदित्य जैन को एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।
पेशी के दौरान न्यायालय के चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात था। कुचामन पुलिस के जवान चितावा थाने के जवान और जयपुर से आया पुलिस बल पूरी तरह किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार था। यहां तक की आम लोगों की आवाजाही पर भी नियंत्रण लगा रखा था।

न्यायालय ने आदित्य जैन की बेल याचिका खारिज करते हुए मुकदमा संख्या 401 में न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने की आदेश दिए। वहीं मुकदमा संख्या 403 में प्रोटक्शन वारंट के तहत गिरफ्तारी की अनुमति मांगी गई जिस पर कोर्ट ने आरोपी को इस वारंट के आधार पर गिरफ्तार करने के आदेश दिए।

जैसा कि हमने कल के कार्यक्रम में बताया था कि कुचामन निवासी आदित्य जैन पुत्र श्री जम्बु कुमार जैन ने अपने पड़ोसी की विवाहिता से प्रेम विवाह किया था। वर्तमान में आदित्य दुबई में रहकर फिरौती के लिए डब्बा कल मुहैया करवाता था। और यह सब वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए करता था।

नवंबर के अंत में कुचामन के पाँच व्यापारियों को उसने धमकी भरे कॉल फिरौती के लिए किए थे। तभी से आदित्य जैन पर पुलिस की नजर थी। आखिर उसे इंटरपोल की मदद से परसों गिरफ्तार कर लिया गया और भारत लाया गया। आज उसे कड़ी सुरक्षा में कुचामन लाया गया जहां आवश्यक जांच के लिए अस्पताल से न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने उसे मुकदमा संख्या 401 में जेल भेजने के आदेश दिए और मुकदमा संख्या 403 में प्रोटेक्शन वारंट के तहत वारंट के आधार पर गिरफ्तार करने के आदेश दिए।