लगभग आठ दिन की उमस भरी गर्मी से कल दोपहर 4:00 बजे शुरू होकर 5:30 बजे तक जारी बरसात में लोगों को राहत दी। शहर के लोगों के चेहरे तो खिल ही गए साथ ही किसान भी हर्षा गए। पेड़ पौधे लहलहा उठे और साथ ही किसानों ने अपने खेतों में निनाण शुरू कर दिया बच्चों ने बरसात में नहाने का आनंद लिया।
लगभग 8 दिन पहले कुचामन सिटी क्षेत्र में अच्छी बरसात हुई थी, उसके बाद शुरू हुआ उमस भरी गर्मी का दौर जो की लगातार 8 दिनों तक लोगो को परेशान करता रहा। इस उमस भरी गर्मी से किसान और आम जनता बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे।और इस परेशानी को देखते हुए आम जनता सोचने लगी थी कि कब कब बरसात होगी।
उस पर मौसम विभाग की रोजाना होने वाली बारिश की भविष्यवाणीया जनता को परेशान कर रही थी।
लेकिन कल सुबह अच्छा मौसम बन गया। और दोपहर को 4:00 बजे बारिश शुरू हुई, जो 5:30 बजे तक लगातार जारी थी बारिश ने लोगों को खुश कर दिया।
दोस्तों इस बरसात पर किसानो का क्या रुख है जानते है किसान पंच परसा राम से।
दोस्तों वहीं कुचामन के ही निर्वतमान संत टोड दास जी महाराज की 42 वी बरसी का भी कल आयोजन किया गया।दोस्तों आप वीडियो में देख सकते हैं एक ही पंगत लगी है इस एक पंगत में बगैर किसी भेदभाव के सभी लोग एक साथ बैठकर भोजन प्रसादी ले रहे हैं।दोस्तों एक चमत्कारी संत के रूप में बाबा टोड दास आसपास के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखते हैं।
लगभग दोपहर 2:00 बजे शुरू हुआ भंडारा रात 10:00 बजे जब क्विक न्यूज़ की टीम वहां पहुंची तब बगैर किसी रूकावट के जारी था।उसके बाद भी काफी देर तक लोग आते रहे और प्रसाद पाते रहे।
सेवादार सुतेंद्र सारस्वत और विनोद चावला के अनुसार लगभग 15 से 20हज़ार तक लोगों ने यहां प्रसाद ग्रहण किया।दोस्तों खास बात यह रहती है इस भंडारे की कि यहां हिंदू मुस्लिम, सवर्ण दलित, धनवान गरीब महिला पुरुष सभी बगैर किसी हिचकिचाहट के एक साथ एक पंगत में बैठकर प्रसाद ग्रहण करते हैं।
दोस्तों हर वर्ष सावन के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को कुचामन सिटी के टोड दास जी महाराज की बगीची में बाबा टोड दास जी की बरसी धूमधाम से मनाई जाती है।
बरसी में विशाल भंडारा और पूर्व संध्या पर भजन संध्या( जागरण )का आयोजन किया जाता है।भजन संध्या दूसरे दिन सवेरे तक चलती है, फिर सुबह पूजा आरती के बाद आयोजन होता है भंडारे का और भंडारे में बगैर किसी पूर्वाग्रह के अच्छे-अच्छे पैसे वाले अपनी सेवाएं देते दिखाई दे जाते हैं।
दोस्तों मान्यता हे की चाहे और कभी बारिश हो या न हो इस दिन कुचामन में बारिश को होना ही पड़ता हे | यद्यपि क्विक न्यूज़ ऐसे अंध विश्वास को नही मानता हे लेकीन बीस साल से में भी देख रहा हु की इस दिन बारिश अवश्य आती हे |
प्रस्तुत वीडियो में आप देख सकते हैं सभी लोग अपनी तरफ से सेवाएं दे रहे हैं।और सभी लोग एक साथ बैठकर भोजन ग्रहण कर रहे हैं यह सब अपने आप में एक मिसाल पेश करता है सांप्रदायिक सौहार्द की दोस्तों जहां एक और पूरे देश में सांप्रदायिक तनाव की स्थितिया बन रही है।कुचामन सिटी में इस तरह का आयोजन दिल को सुकून देता है।