दोस्तों देर रात तक खुले रहने वाले शराब के ठेके और हाईवे पर खुली रहने वाली दुकाने आम लोगों के लिए परेशानी का सबक बनती जा रही हैं।
दोस्तों एक दिन पहले का वाकिया है स्टेशन रोड, डी मार्ट के सामने एक कंटेनर है,कन्टेनर संचालक वहां पर चाय वगैरा की दुकान चलाता है।
दोस्तों आप अपनी स्क्रीन पर वीडियो में देख सकते हैं इसी कंटेनर के पास में ही केवीएस स्कूल और सामने जूपिटर कॉलेज है। वैसे नियम से किसी भी विद्यालय के आसपास नशीले पदार्थ( सिगरेट गुटका )आदि की बिक्री पूर्णतः अवैध है लेकिन यहां पर यह कारोबार निर्बाध रूप से चलता है।
और यह कंटेनर रात्रि को 11:30 बजे तक हमेशा खुला रहता है।जाहिर सी बात है की अच्छी बिक्री होती है इसीलिए इतनी देर तक खुला रहता है। दोस्तों एक दिन पहले यानी मंगलवार को रात में 10:00 बजे के करीब इसी कंटेनर से दो युवक कंटेनर के सामने स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने आए किसी बात पर सेल्समैन से उलझ गए।
संयोग से पेट्रोल पंप मालिक अंकुर मंढा उज्जैन अपने निजी कार्य से गए हुए थे।थोड़ी कहा सुनी होने के बाद दोनों युवक वापस चले गए। लगभग 11:15 बजे काफी मात्रा में इकट्ठे होकर वापस पेट्रोल पंप पर आए और उसे सेल्समैन के साथ हाथापाई पर उतर आए।
दोस्तों सीसीटीवी फुटेज आपके स्क्रीन पर स्क्रीन पर उपलब्ध है आप देख सकते हैं कि कितने लोग यहां पर आए देखते ही देखते हाथपाई गंभीर मारपीट में बदल गई। सेल्समैन सुनील चौधरी के सिर पर बड़े पत्थर से दो वार किए गए जिसमें उसे गंभीर चोटे आई,और उसका सिर फूट गया दोस्तों क्विक न्यूज़ जब वहां जानकारी लेने पहुंचा तो पेट्रोल पंप संचालक अंकुर मंढा से बात हुई।
अंकुर मंढा के अनुसार कंटेनर मे हमेशा देर रात तक युवकों का जमावड़ा रहता हैं तथा नशा पता करते हैं। उस रात बंटी और हरेंद्र कुमावत नाम के दो युवक अन्य लोगों के साथ आए थे और सेल्समेन सुनील चौधरी से मारपीट करके गए थे। साथ ही दोस्तों प्रत्यक्ष दर्शीयों के अनुसार यह मारपीट करने वाले युवक अपने आप को मंत्री विजय सिंह चौधरी के नजदीकी भी बता रहे थे।
तो दोस्तों यह तो बात हुई हाईवे की स्थिति की। कमोबेश ऐसी ही स्थिति स्थानीय नए बस स्टैंड की है। दोस्तों नव निर्मित बस स्टैंड के पास ही एक शराब का ठेका संचालित है।
राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार शराब की दुकान रात 8:00 बजे बाद संचालित नहीं की जा सकती। लेकिन यह दुकान हमेशा 11:00बजे के लगभग खुली रहती है।इसी दुकान के पास ही मजदूर लोग जो कि बाहर से आए हुए हैं अपने कच्चे घर बनाकर रहते हैं।
दोस्तों लगभग 15 दिन तक क्विक न्यूज़ ने लगातार इसकी पड़ताल की और पाया कि यह दुकान लगभग 11:00 बजे तक हमेशा खुली रहती है दुकान बंद करने के बाद पास वाली दुकान जो खुली है उसमें से सप्लाई दी जाती है।
और वहां स्थित मजदूर शराब का सेवन करके धमाचोकड़ी मचाते रहते हैं। दोस्तों पहले शांति समिति की बैठक में भी क्विक न्यूज़ ने यह मुद्दा उठाया था। आपने क्विक न्यूज़ में कार्यक्रम भी देखा होगा।
दोस्तों रात्रि में बाहर से आने वाले यात्री विशेष कर महिला यात्रियों को इस स्थिति का सामना कमोबेश रोजाना करना पड़ता है। दोस्तों विशेष बात यह है कि इस शराब की दुकान से लगभग 200 कदम दूर ही नगर परिषद का कार्यालय भी है। इतना ही नहीं दोस्तों लगभग इतनी ही दूरी पर स्थानीय अदालत भी है।दोस्तों क्विक न्यूज़ ने लगातार तीन दिन तक इस दुकान के वीडियो बनाएं।आप स्पष्ट देख सकते हैंदुकान खुली है।सामने और आसपास की दीवारों पर लोग बैठकर शराब का सेवन कर रहे हैं।