कल जब जयपुर प्रताप नगर में तेजाजी मंदिर में किसी असामाजिक तत्व ने तेजाजी महाराज की मूर्तियों को खंडित कर दिया था। एक बार फिर पूरे राजस्थान में उबाल आ गया था। बेहतर रहा कि पुलिस द्वारा अपराधी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया वरना कितना बवाल मचता ईश्वर जाने।

बहरहाल गिरफ्तारी से पहले प्रदर्शन भी किया गया।जयपुर में प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भी भांजी गई। कुचामन सिटी में भी सांकेतिक रूप से धरना प्रदर्शन हुआ। इससे पूर्व विश्व जाट महासभा द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सोपा गया। आइये सुनते हैं विश्व जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंच परशुराम बुगालिया को।

बहरहाल अपराधी सिद्धार्थ सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस के अनुसार सिद्धार्थ व्यवसाय में घाटा लगने के कारण अवसाद में था और नशे में भी था। भगवान से नाराजगी के चलते उसने मूर्तियों को खंडित किया क्विक न्यूज़ आशा करता है कि राजस्थान पुलिस इस घटना की गहराई से जांच करेगी।क्योंकि यदि उसे वक्त युवक ने अवसाद में आकर इस घटना को अंजाम दिया है तो यह हमारे सिस्टम की असफलता है। की आर्थिक मंदी के चलते एक युवक इतना निराश हो गया कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया।

साधारणतया जब सब तरफ से इंसान निराश हो जाता है तो मजबूर होकर वह ईश्वर से ही मांगता है। और यदि वहां भी उसे निराशा हाथ लगती है तो फिर उससे गुस्से में इस तरह का कदम उठाता है। यदि वास्तविकता यह है कि उस व्यक्ति ने निराशा ऐसा किया है तो उसे सहानुभूति की आवश्यकता है।और यदि इसके पीछे गहरी साजिश है तो उस व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

क्योंकि पिछले दिनों इस तरह की काफी घटनाएं हुई है और इन घटनाओं से समाज को कितना खामियाजा भुगतना पड़ता है हम समझ सकते हैं। सामाजिक तानाबाना पूरी तरह बिगड़ जाता है।आपसी प्रेम में खटास पैदा हो जाती है। बहरहाल क्विक न्यूज़ आशा करता है कि राजस्थान पुलिस इस घटना की गहनता से जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी करेगी। ताकि जनता मे फैले असंतोष को दूर किया जा सके।