नमस्कार दोस्तों भारत में जगह-जगह काफी मंदिर है। और मंदिरों में वहीं पर खुले मै दान पात्र भी रखे जाते हैं,और भारत में दान करने वाले काफी है।तो लगभग दान पात्र रुपयों से भरे हुए रहते हैं।और इन दान पात्रों पर ज्यादा कोई पहरेदारी वाली बात भी नहीं होती,इसलिए यह चोरों के लिए एक सॉफ्ट टारगेट होता है।
ऐसा ही कुछ कुचामन के गौशाला के अंदर मंदिर है रघुनाथ जी का उस मंदिर के बाहर एक दान पात्र था उसमें काफी रुपए भी पड़े थे। मंदिर के व्यवस्थापक राजकुमार खंडेलवाल के अनुसार परसों शाम तक वहां पर वह दान पत्र रखा था।लेकिन शाम को ज़ब वे मंदिर मै आए तो वहाँ से दान पात्र गायब हो चूका था। कोई दान पत्र को उठाकर ले जा चूका था ।
राजकुमार खंडेलवाल के अनुसार दान पात्र में काफी पैसा जमा हुआ था।महीने में एक बार दान पत्र खोला जाता है तब मंदिर के सभी जिम्मेदार लोग इकट्ठे होते हैं,और सभी के सामने दान पात्र खोला जाता है।और जितना भी पैसा निकलता है उस पैसे को मंदिर के विकास के लिए लगा दिया जाता है।
लेकिन जब दान पत्र वहां पर नहीं मिला तो राजकुमार खंडेलवाल ने और कुछ जिम्मेदार व्यक्तियों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही थाना अधिकारी श्री सुरेश चौधरी ने पूरी गंभीरता के साथ अपराधियों को पकड़ने के लिए विश्वास दिलाया है।
दोस्तों मंदिर से जुड़े नटवरलाल शर्मा का कहना है कि यदि इन लोगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो अपराधियों का हौसले बुलंद हो जाएंगे और वह इससे बड़ा कोई कांड करेंगे।