Wednesday , 26 March 2025

कंपकपाती रात में परिवार छोड़कर खेतों पर अन्नदाता का डेरा

कंपकपाती रात में परिवार छोड़कर खेतों पर अन्नदाता का डेरा

फसलों के लिए मुसीबत बने आवारा पशु किसान रातभर जाग कर दे रहे हैं पहरा

कुचामन सिटी :- किसान कई मुश्किलों से लड़कर अन्न पैदा करते हैं लेकिन किसानों की किसी को फिक्र नहीं है कभी बिजली कटौती और लोवोल्टेज के कारण रात भर जाग कर सिंचाई करनी पड़ती है तो कभी आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा के लिए जागना पड़ता है ग्रामीण क्षेत्र में किसान आधी रात को सोते नहीं बल्कि अपने खेतों की पहरेदारी करते हैं ताकि कोई आवारा पशु उनकी फसल को नुकसान न पहुंचा दे इलाके में रात को गाय और बेल के झुंड फसल को बर्बाद कर देते हैं दरअसल क्षेत्र में दस-बीस या सौ-पचास नहीं बल्कि हजारों आवारा गोवंश घूम रहे हैं जिनका कोई मालिक नहीं है ना ही कोई ठिकाना झुंड एक गांव से दूसरे गांव खाने की तलाश में भटकते रहते हैं और जहां भी फसल मिल जाए उस पर टूट पड़ते हैं आपको बता दे की कड़ाके की ठंड में जहा लोगों को पूरे कपड़े पहनकर घर में रहना भी मुश्किल होता है वही किसान खुले आसमान तले रात भर जगराता करके फसलों की रखवाली करते हैं इतनी तकलीफों के बाद भी किसान अन्न पैदा करना नहीं छोड़ रहे हैं किसानों के लिए खेती करना मुश्किल होता जा रहा है आवारा पशु खेतों में पूरी फसल चौपट कर देते हैं गौशालाएं सिर्फ अधिकारीयों और गौशाला संचालको की जेब भरने का जरिया बन चुकी है यह बात कही है सामाजिक कार्यकर्ता परसाराम बुगालिया ने उनका यह भी कहना है कि गौशाला में कमाई का तरीका अपना लिया है इसकी बानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हजारो लाखों रुपए का दान चंदा आने के बाद भी आवारा गायों के लिए खाने के लिए चारा नहीं है और ठंड से मर रही है गांव गांव में गौशालाए होने के बावजूद भी गोवंश खुले में सैकड़ो की संख्या में शहर सहित सड़कों और खेतों में डोल रहे है जो शहर और सड़कों पर दुर्घटना का कारण बन रही है कहीं खेतों में किसानो की रखवाली में जरा सी भी चुक होते ही अन्नदाता की फसलों को पलभर मे बर्बाद कर देते हैं जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है बुगालिया ने यह भी कहा कि दर्जनों की तादाद में आवारा मवेशी पूरी रात खेतों में टहलते रहते हैं किसानों के लिए इनके कारण हर दिन-रात संकट बना रहता है आवारा पशुओं के कारण पूरी रात खेत पर किसानो को जागना पड़ता है इसी के साथ बिजली कटौती और लोवोल्टेज की समस्या भी बनी रहती है ठंड से बचने के लिए कोई विकल्प नहीं है बस आग जलाकर हाथ ताप लेते हैं बुगालिया का यह भी कहना है कि सरकार यदि इन आवारा घूमने वाले पशुओं से मुक्ति दिला दे तो किसानों की और समाज की एक बहुत बड़ी समस्या दूर हो सकती है

आवारा पशुओं का मुद्दा बड़ा मुद्दा है
सामाजिक कार्यकर्ता परसाराम बुगालिया का कहना है कि राजस्थान में आवारा पशुओं का मुद्दा एक बहुत बड़ा मुद्दा है हालांकि सरकार गौशालाओं के लिए करोड रुपए खर्च भी करती है इसके बावजूद राजस्थान में आमजन सहित किसान आवारा पशुओं से परेशान है और इसके चलते उन्हें दिन रात अपने खेतों की रखवाली करनी पड़ती है किसान ही नहीं बल्कि आमजन भी इस समस्या से परेशान है आवारा पशु रात दिन सड़कों पर रहने से लोगों की जान भी जा रही है तो दूसरी ओर बेसहारा पशु किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे है जिसे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है फसल बचाने के लिए किसान दिन रात रखवाली करने के लिए मजबूर है प्रशासन को इसकी व्यवस्था करनी चाहिए कई बार समस्या का समाधान की मांग की जा चुकी है मगर शासन प्रशासन द्वारा समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है

About Manoj Bhardwaj

Manoj Bhardwaj
मनोज भारद्धाज एक स्वतंत्र पत्रकार है ,जो समाचार, राजनीति, और विचार-शील लेखन के क्षेत्र में काम कर रहे है । इनका उद्देश्य समाज को जागरूक करना है और उन्हें उत्कृष्टता, सत्य, और न्याय के साथ जोड़ना है। इनकी विशेषज्ञता समाचार और राजनीति के क्षेत्र में है |

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