आज अखिल भारतीय किसान सभा की और से डिडवाना कुचामन के अतिरिक्त जिला कलेक्टर को महामहीम राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन सौंपा।
किसान सभा की और से ज्ञापन में पंजाब में आन्दोलनरत किसानों को रिहा करने की मुख्य मांग रखी गई।

ज्ञापन में कहा गया की शांति वार्ता बुलाकर आन्दोलनरत किसानों को बिना शर्त रिहा करा जाए। साथ ही देश में एम. एस. पी. कानून को लागू करने व किसानों की सम्पूर्ण कर्जा मुक्ति करने की मांग की गई।
राजस्थान के सीरासनी गाँव (नागौर) में किसानों पर दर्ज झूठे मुकदमें वापिस लेने की भी मांग की गई ।
ज्ञापन सौंपने वालों मे जिला सचिव मोतीलाल शर्मा, कामरेड अब्बास खान, कानाराम बिजारणिया, महावीर सिंह, महेंद्र, हरफूल रायल टोडास, सुरेश दहिया, छोगाराम घाटवा आदि उपस्थित रहे |

इस अवसर पर कोमरेड अब्बास खान ने बताया की पंजाब में शांति पूर्वक आन्दोलन कर रहे किसानो पर ज्यादती दुर्भाग्य पूर्ण हे पहले भी जब किसानो ने आन्दोलन किया था तब सरकार ने सडक पर कीले बिछाने जेसी और किसानो के बारे में झूठी अफवाहे फेलाने जेसी कर्वहिया की थी अभी भी सरकार किसानो के आन्दोलन को कुचलने क लिए कुत्सित प्रयास कर रही हे |लेकिन किसान हर कीमत पर अपना हक लेने के लिए प्रतिज्ञा रत हे | सरकार को चाहिए की किसानो के साथ शांति वार्ता करे और कुछ ऐसा हल निकले जो की किसानो और देश के हित में हो |