किसानों का सबसे बड़ा पर्व हाळी अमावस्या

हाळी अमावस किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार है क्योंकि यह उनकी खेती की शुरुआत का प्रतीक है इस दिन किसान हळ की पूजा करते हैं और अच्छी फसल की कामना करते हैं |
कुचामन सिटी | किसानों के लिए हाळी अमावस्या सबसे बड़े पर्व माना जाता है हाळी अमावस्या से लेकर अक्षय तृतीया तक इसे मनाया जाता है | किसानों ने हाळी अमावस्या पर शगुन देखकर आगामी अच्छे फसल की आस लगाई बैशाख माह की अमावस्या पर प्राचीन काल से हाळी यानी हलधर के नाम से हाळी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है |

खासकर यह किसानों का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है | किसानों ने हाळी अमावस्या पर शगुन देखकर आगामी अच्छे फसल की आस लगाई वहीं घरों में खळ (अनाज) पूजन करने के साथ ही बाजरे को कूटकर पकवान बनाया | जिसे बच्चों से लेकर बड़ो तक ने गुड़ घी के साथ बड़े चाव से खाया हाळी अमावस्या के दिन रविवार को विशेषकर किसान वर्ग ने अपने खेतों में जाकर सूखे में हल चलाने की रस्म अदा की व धरती माता की पूजा कर अच्छी बारिश के लिए सुगन विचार किए |

उल्लेखनीय है कि मारवाड़ के किसानों का मुख्य पर्व अक्षय तृतीया है रबी की फसल के खलिहानों में आ जाने के बाद किसानों की ओर से पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है हाळी अमावस्या के बाद मंगलवार को आखाबीज व बुधवार को आखातीज का पर्व भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा | गोपालपुरा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता किसान परसाराम जाट ने बताया कि किसानों के लिए हाळी अमावस्या सबसे बड़ा पर्व माना जाता है | इस दिन किसान अपने हल के साथ खेत में जाते हैं घरों में अनाज की पूजा की जाती है | उन्होंने कहा कि किसान आज भी पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हैं लेकिन नई पीढ़ी के बच्चे इस पर्व के बारे में कम ही जानते हैं |