डीडवाना थाना में जहर खुरानी के आरोपी आसिफ नवाज को गिरफ्तार कर लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार श्रीमती रुखसाना खोखर जो कि मुंबई में रहती है, वह 17 जुलाई को डीडवाना अपने घर आई थी। वहां आने पर उसने यास्मीन को अपने घर पर काम करने के लिए बुला लिया। दोस्तों यास्मीन रुखसाना खोखर के यहां पहले भी काम करती थी।
दोस्तों रुखसाना के अनुसार 18 जुलाई से ही उसकी तबीयत खराब हो रहने लगी थी उसे पेट दर्द और उल्टी की शिकायत रहने लगी थी। लेकिन स्थान परिवर्तन को कारण मन कर वह चुप रही। लेकिन एक दिन उसने अपने पानी के केन पर पाउडर सा लगा देखा।उसने यासमीन से पूछा तो यास्मीन टालम टोल करने लगी। दबाव देने पर उसने अपनी गलती मानी।
इस पर रुखसाना ने पुलिस में रिपोर्ट कराई डीडवाना पुलिस ने यासमीन और पास्मिन को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया।वहां उन्होंने मुख्य आरोपी आसिफ नवाज का नाम लिया पुलिस ने आसिफ नवाज को गिरफ्तार कर लिया है।
दोस्तों कल आगामी त्योहारों के मद्दे नजर रखते हुए कुचामन पुलिस थाने में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया। थाना अधिकारी श्री सुरेश चौधरी और डीएसपी अरविंद बिश्नोई द्वारा ली गई इस बैठक में नगर के प्रमुख लोगों ने हिस्सा लिया। 16 तारीख को आने वाले मुस्लिम समाज के प्रमुख त्योहार बारह बफात के जुलूस को लेकर चर्चा हुई।इस पर कामरेड अब्बास खान ने विश्वास दिलाया की जुलुस शांति पूर्वक निकाला जाएगा और खुद पहल करते हुए कहा कि जुलूस में डीजे नहीं बजाया जाएगा अंत में थाना अधिकारी ने सभी को धन्यवाद अदा किया।
दोस्तों क्विक न्यूज़ ने कुछ दिन पहले ही गौशाला मंदिर के दान पत्र की चोरी पर एक कार्यक्रम किया था।दोस्तों स्थानीय पारीक कॉलोनी के बाहर स्थित कुएं के बालाजी में कल रात कुछ असामाजिक तत्वो द्वारा मंदिर का ताला तोड़कर वहां रखे दान पत्र में से रुपए निकाल कर ले गए। दोस्तों मंदिर से जुड़े श्री चुन्नीलाल कुमावत के अनुसार मध्यरात्रि मे यह घटना घटित हुई, और दान पात्र मे अंदाज से लगभग आठ से दस हज़ार रूपये तक थे। शहर मे ऐसी घटनाएं काफी हो रही है क्विक न्यूज़ प्रशासन से अपील करता है कि इस पर रोकथाम हेतु आवश्यक कार्यवाही करें।
दोस्तों कल
जलझुलनी एकादशी का पर्व कुचामन में धूमधाम से मनाया गया। दोस्तों यह पर्व भगवान श्री कृष्ण के जन्म के बाद यशोदा मैया के जलवा पूजन के प्रतीक स्वरूप मनाया जाता है। इस दिन सभी मंदिरों में भगवान की सवारी को पालकी में बैठा कर कुएं या किसी अन्य जलाशय के पास ले जाया जाता है।फिर उसकी पूजा के पश्चात उन्हें पुनः मंदिर जुलूस के रूप में ले जाया जाता है। इसी तरह कुचामन में भी कल सभी मंदिरों में भगवान की सवारी निकाली गई तथा कुआं पूजन के बाद उन्हें पुन मंदिर ले जाया गया। मुख्यतः कुचामन किले,नाली वाले बालाजी,आदि मंदिरो में यह पर्व मनाया गया।सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार सोनी के अनुसार ग्राम जिलिया में भी जलझुलनी एकादशी का पर्व धूमधाम से मनाया गया।