दोस्तों जहां एक और देश मे सांप्रदायिकता अपने चरम पर है। वहीं दूसरी और हमारे कुचामन सिटी में सांप्रदायिक सौहार्द की एक अनूठी मिसाल पेश की जाती है।
दरअसल दोस्तों कुचामन निवासी फरहाना अख्तर भाटी जो कि सईद अख्तर भाटी की पुत्री है,उनकी पढ़ाई के दिनों से ही हरियाणा के हिसार निवासी भूपेंद्र चौधरी फरहाना के भाई बन गए थे।मतलब दोनों जने एक दूसरे को भाई बहन के रूप में देखने लगे थे।
दोस्तों तब से अभी तक भूपेंद्र चौधरी प्रतिवर्ष अपनी बहन फरहाना भाटी से राखी बंधवाने कुचामन सिटी आते हैं।और बहन फरहाना भाटी अपने भाई का पलक पावड़े बिछा कर इंतजार करती है।
दोस्तों फरहाना भाटी के अनुसार चाहे जैसी भी परिस्थिति हो भाई भूपेंद्र चौधरी रक्षाबंधन के दिन उनके पास हर हालत में हाजिर होता है।दोस्तों ऐसी मिसाल देने वाले दोनों भाई बहनों को क्विक न्यूज़ सैल्यूट करता है।