
आत्मबोध से विश्वबोध विषय पर विचार गोष्ठी में प्रभावी विचार व्यक्त किए वक्ताओं ने
काव्यगोष्ठी में सृजनकारों ने प्रस्तुत की अपनी उम्दा रचनाएँ

श्री कुचामन पुस्तकालय के सचिव शिवकुमार अग्रवाल ने बताया श्री कुचामन पुस्तकालय एवं सृजन सरिता समूह के संयुक्त तत्वावधान में काव्य एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का प्रारम्भ अतिथियों द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती के चित्रपट पर तिलकार्चन पुष्पमाला दीप प्रज्वलन कर किया । सृजन सरिता मंच कवयित्री अस्मिता पारीक ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । सृजन सरिता मंच संयोजक
डॉ. दिलीप पारीक ने कार्यक्रम की भूमिका के साथ – साथ स्वागत उद्बोधन दिया ।

सृजन सरिता समूह के संस्थापक एवं श्री कुचामन पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय नटवरलाल वक्ता को श्रद्धांजलि पुष्पाजंल स्वरांजलि अर्पित की गई। ‘आत्मबोध से विश्वबोध’ विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में प्रमुख वक्ता प्रो. अन्नाराम शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय साहित्य परिषद् ने वक्ता जी श्रद्धांजलि अर्पित करते करते हुए कुचामन शहर में चल रही साहित्यिक और संगीत गतिविधियों के प्रति संतोष व्यक्त किया। विशिष्ट अतिथि राजेंद्र प्रसाद शर्मा ‘मुसाफिर’, विशिष्ट अतिथि डॉ. मोहम्मद सलीम ने अपने प्रभावी विचार व्यक्त किये।

सृजन सरिता समूह के वरिष्ठ सदस्य घनश्याम सिंह कीनियां ने दोहा, छंद और गीत विद्या में अपनी प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।
प्रमुख वक्ता अन्नाराम शर्मा ने बताया कि राष्ट्र निर्माण में साहित्यकारों और कवियों की भूमिका प्रधान होती है। काव्य में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के महत्व को दबाने के लिए किए गए कुत्सित प्रयासों को उजागर करते हुए उन्होंने काव्यात्मक गतिविधियों को प्रबलता से संचालित करने का समर्थन किया।

इस अवसर पर डॉ. दिलीप कुमार पारीक, दिलीप सिंह शेखावत , सुरेश कुमार वर्मा, अस्मिता पारीक, ललित कुमार शर्मा, लक्ष्मण शर्मा, आदि गणेश, संदीप कौशिक , हरिकिशन शर्मा , तुलसीराम राजस्थानी , चांदमल शर्मा ,सत्यप्रकाश शर्मा सच , सत्यनारायण लाटा नरेन्द्र आदि ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को आह्लादित किया ।

कार्यक्रम में मुरारी गौड , विमल पारीक मनोज भारद्वाज मोहनलाल सोनी जागृत
पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष गुलाबचंद शर्मा, शिव कुमार अग्रवाल, कालीचरण व्यास, सुनील कुमार माथुर, राधेश्याम खटोड़, बंशीलाल कांसोटिया , दामोदर झंवर रमेश चावला रामनिवास कुमावत, डॉ. ओम सिंह बनवारी लाल मोर, मेघराज शर्मा, प्रकाश चंद मेहरड़ा कमल कुमार आदि उपस्थित रहे। विचार गोष्ठी एवं काव्यगोष्ठी का का प्रभावी एवं सफल संचालन सत्य प्रकाश शर्मा सच ने किया। शिवकुमार अग्रवाल एवं गुलाब चंद शर्मा ने आगत अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।