Wednesday , 19 March 2025

:विद्युत् विभाग के खम्बे या विज्ञापन पोल :

 कुचामन में बिजली बोर्ड के पोल को अब विज्ञापनों के प्रचार पोल के नाम से जाना जाने लगा है,कारण है प्रशासन की सुस्ती और विभाग की बेबसी।

कुचामन सिटी :- शहर में सड़क किनारे बिजली के पोलो पर मौत को निमंत्रण देते जानलेवा निजी संस्थाओं के विज्ञापन बोर्ड लटक रहे हैं, इस धातु के बोर्ड के कारण शहर में गंभीर दुर्घटना घटित होने की आशंका काफी बढ़ गई है, इन दिनों शिक्षण सत्र शुरू होने को है।जिससे निजी स्कूल,कॉलेज और कोचिंग सेंटर के विज्ञापन बोर्ड का जाल पूरे शहर में फैल गया है,सभी मुख्य सड़कों पर लगे बिजली के खम्बो पर बेतरतीब तरीके से विज्ञापन बोर्ड लटका दिए गए हैं।
इन विज्ञापन बोर्ड को लटकाने में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है, जिसको लेकर भगतसिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेशअध्यक्ष परसाराम बुगालिया के नेत्रत्व मे यूथ ब्रिगेड के कार्यकर्ता बिरमाराम बांगड़वा, अजय, विजय बिजारणिया आदि ने बगैर अनुमति के बोर्ड लटकाने वाले और जो अनुमति से बोर्ड लटके हुए उन्हें सुरक्षा के मापदंडों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करवाने को लेकर विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता के नाम एक मांग पत्र सौप कर करवाई करवाने की मांग की गई है।

उन्होंने मांग पत्र में लिखा है कि शहर और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति के लिए लगाए गए बिजली निगम के खभे निजी स्कूल कॉलेज व कोचिंग सेंटर और निजी कंपनियों के विज्ञापन स्तंभ का काम कर रहे हैं, आलम यह है कि कस्बे की एक-एक खंभे पर तीन से चार संस्थाओं के विज्ञापन लगे हुए नजर आ रहे हैं अनेक निजी स्कूल कॉलेज संचालकों ने बिजली के खम्बो को विज्ञापन स्तंभ बना कर रख दिया है। शहर में शायद ही बिजली का कोई ऐसा खंबा मिलेगा जिस पर इन संस्थाओं के पेंट किए हुई या फ्लेक्स के विज्ञापन नहीं लगे हो। बिजली के खम्बो के अलावा सरकारी दीवारें भी विज्ञापनों से पटी हुई है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

जिसे बिजली कर्मचारी इन पोल पर चढ़कर फॉल्ट दूर करते हैं इसलिए यह उनके कार्य में बाधा बने हुए हैं। इसे कर्मचारी मे करंट आने का खतरा रहता है।
भगतसिंह यूथ ब्रिगेड ने ज्ञापन मे लिखा है कि शहर सहित अंचल में बिजली के खंभे इन दिनों निजी स्कूल कॉलेज व कंपनियों के प्रचार प्रसार के साधन बन गए हैं। सरकारी संपत्ति खंभे का दुरुपयोग करके मुफ्त में स्कूल कॉलेज डिफेंस वाले और कंपनियां तथा राजनेता अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं। निजी संस्थाओं ने सरकारी बिजली के खम्बो को प्रचार का जरिया बना रखा है।बिजली के खाभो पर बिना बिजली विभाग से अनुमति लिए ही विज्ञापन बैनर और बोर्ड लगे हैं। इसी तरह सार्वजनिक स्थलों पर भी बिना अनुमति के विज्ञापन पोस्टर आदि लगे हैं,सरकारी खम्बो के जरिए प्रचार बोर्ड लगाना अवैध है। उन पर कार्रवाई की जाए शिक्षण सत्र शुरू हो गया है।

प्राइवेट स्कूल वाले बच्चों का एडमिशन करवाने के लिए तरह-तरह के प्रचार कर रहे हैं बिजली के पोल पर प्रचार के बोर्ड लाइन को खराब करते हैं।इससे विभाग का लाखों रुपए का नुकसान होता है ऐसे प्रचार बोर्ड को तुरंत हटाने की मांग की है,और यह भी लिखा है की शहर की किसी भी कोने में चले जाओ बाजार में चले जाओ शहर और ग्रामीण अंचल में हर बिजली के पोल पर निजी स्कूल कॉलेज कंपनी व राजनेताओं के विज्ञापन का बोलबाला है,जब भगतसिंह यूथ ब्रिगेड की टीम आंचल और शहर का दौरा किया तो पाया कि करीब करीब हर बिजली के पोल पर निजी स्कूल कॉलेज व निजी कंपनियों और राजनेताओं द्वारा लगाए गए हैं। इससे ना सिर्फ राजस्व का नुकसान हो रहा है बल्कि बिजली बोर्ड को भी अक्सर लाइन सुधारने की दिक्कत रहती है। कई बार तो लाइन खराब होने की स्थिति में बिजली बोर्ड को ठीक करने से पहले ऐसे विज्ञापन बोर्ड को हटाने में काफी समय लगता है।

इससे जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है लोहे की पाइपों पर विज्ञापन लगे होने के कारण करंट लगने का खतरा हमेशा मंडराता रहता है लेकिन प्रचार प्रसार के भूखे लोग बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं। इधर पोस्टर बैनर लगे होने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत विद्युत विभाग के कर्मचारियों को काम करने के दौरान होती है।और इन धातु के बोर्ड के कारण दुर्घटना घटित होने की आशंका बनी रहती है इन विज्ञापनों का जाल अंचल सहीत पूरे शहर में फैल गया है बिजली के खाभो पर इन बैनर पोस्टर को लटकते छोड़ दिया है तेज हवा और आंधी तूफान से कई बोर्ड खम्बो से उड़कर दुर्घटना घटित कर सकते हैं। इसके अलावा जो अनुमति से लगे बोर्ड है उनमें भी सुरक्षा मानकों का पूरी तरह उल्लंघन किया जा रहा है जो नियम है उनके पालन नहीं हो रही है इन विज्ञापन बोर्ड को कम ऊंचाई पर लटका दिए जाते हैं इस धातु के बोर्ड को स्थाई तरीके से बेल्ड करना चाहिए ताकि हवा आंधी तूफान में यह उड़कर कोई नुकसान ना करें जो बगैर अनुमति के व उनकी पालन नहीं की जा रही है। उन पर अमल नहीं करने वाले संबंधित व्यक्ति या संस्था के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।

About Manoj Bhardwaj

Manoj Bhardwaj
मनोज भारद्धाज एक स्वतंत्र पत्रकार है ,जो समाचार, राजनीति, और विचार-शील लेखन के क्षेत्र में काम कर रहे है । इनका उद्देश्य समाज को जागरूक करना है और उन्हें उत्कृष्टता, सत्य, और न्याय के साथ जोड़ना है। इनकी विशेषज्ञता समाचार और राजनीति के क्षेत्र में है |

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