किसानों की समस्याएं बढ़ गई बाजरे की फसल में लट का प्रकोप बढ़ रहा है
फसलों में रोग और कीट के प्रकोप से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ दिखाई पड़ने लगी हैं
कुचामन सिटी :- जिले सहित पूरे क्षेत्र में इस वर्ष पर्याप्त मात्रा में बरसात होने और किसानो की मेहनत और पसीने के कारण खेतों में बाजरा,ग्वार , मुंग-मोठ, तिल, मूंगफली सहित खरीफ की सभी फसले अच्छी पनपी,किसानों को बाजरे की फसल में बंपर पैदावार होने की उम्मीद थी |
लेकिन बाजरा पकने के कगार पर आते ही उसमें सफेद लट और हरी लट का प्रकोप बढ़ गया है , इस कारण बाजरे की सिट्टी मे बना दाना हरी लट खा रही है ,तो सफेद लट जड़ से पौधे को नष्ट कर रही है | इससे किसान चिंतित है पकी फसल में दवा का छिड़काव भी अनुचित होता हे तो किसान उसमे भी संकोच कर रहे है | बाजरे की फसल में कई स्थानों पर 50 प्रतिशत तक नुकसान हो गया है |
गोपालपुरा गांव के निवासी किसान परसाराम बुगालिया में बताया कि किसानों की समस्याएं बढ़ गई हैं बाजरे की फसल में लट का प्रकोप बढ़ रहा है |फसलों में रोग और कीट के प्रकोप से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ दिखाई पड़ने लगी हैं |क्षेत्र में बाजरे की फ़सल में कीट (कीड़ा) किसानो की फसलों को बर्बाद कर रहा है |
बाजरे के सिट्टे में लट से सिट्टे में लगे पूरे दाने को नष्ट कर रही है बाजरे की लंबाई ज्यादा होने ओर सिट्टी में कीड़ा लगा होने से दवाई का छिड़काव भी नही किया जा सकता है |बाजरे की सिट्टी मे कीट हरी लट से नुकसान देखने को मिला है ,कई खेतो के तो हालात तो इस कदर खराब है कि सिट्टो में गिनती के दाने बचे हैं ,बाकी पूरे दानों को लट ने चट कर दिया है |सफेद लट जड़ को चट कर रही है इस बार मौसम में लगातार नमी रहने से बाजरे की सिट्टों में हरी लट का प्रकोप हो गया किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारीयो से उपचार की मांग की है |