लखनऊ कनेक्शन वर्ल्डवाइड ग्रुप: माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टमंडल की महत्वपूर्ण भेंट |
दिनांक 24 दिसंबर 2024, दिन मंगलवार, लखनऊ कनेक्शन वर्ल्डवाइड (LCWW) ग्रुप के सदस्यों का एक शिष्टमंडल माननीय रक्षा मंत्री एवं लखनऊ के सांसद श्री राजनाथ सिंह से भेंट करने 5, कालीदास मार्ग स्थित उनके कार्यालय पर पहुँचा। इस भेंट का उद्देश्य मंत्री महोदय को ग्रुप के विषय में बताना, ग्रुप की गतिविधियों और उपलब्धियों से अवगत कराना, ग्रुप के सदस्यों द्वारा अपने शहर के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी देना और हाल ही में प्रकाशित पुस्तक “मेरा लखनऊ वैसा, मैंने देखा जैसा” की प्रति भेंट करना था।
प्रो. (डॉ.) शोभा बाजपेई का नेतृत्व और सुश्री कविता मिसरा का कोआर्डिनेशन
शिष्टमंडल का नेतृत्व प्रो.(डॉ.) शोभा बाजपेई ने किया जबकि उनके साथ कहानी-कविता प्रतियोगिता की समन्वयक और पुस्तक के संयोजन का कार्य देख रहीं सुश्री कविता मिसरा नें इस मीटिंग को कोआर्डिनेट किया। ऑल इंडिया रेडियो की भूतपूर्व कार्यक्रम प्रमुख सुश्री मीनू खरे, प्रसिद्ध वैज्ञानिक और सीडीआरआई के वरिष्ठ सदस्य श्री पंकज प्रसून, अंतरराष्ट्रीय कवयित्री श्रीमती नीरजा शुक्ला, और श्रीमती ज्योत्सना सिंह नें आगे बढ़कर आवश्यकतानुसार सहयोग किया।
सदस्यों का परिचय और पुस्तक भेंट
तय समय पर शिष्टमंडल मंत्री महोदय के निवास पर पहुँचा, जहाँ प्रो. (डॉ.) शोभा बाजपेई ने बड़े आदरपूर्वक सभी सदस्यों का परिचय माननीय मंत्री से करवाया। तत्पश्चात, समूह द्वारा प्रकाशित पुस्तक “मेरा लखनऊ वैसा, मैंने देखा जैसा” और एक अन्य साहित्यिक कृति ‘इंद्रधनुष’ की प्रतियाँ मंत्री महोदय को भेंट की गईं। साथ ही, समूह की ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों, विशेषकर लखनऊ के प्रति नागरिकों की भावनाओं और योगदानों पर आधारित इन पुस्तकों के निर्माण प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
मंत्री महोदय की आत्मीयता
श्री राजनाथ सिंह ने सभी सदस्यों से बहुत ही सौहार्दपूर्ण ढंग से बातचीत की और उनके कुशलक्षेम की जानकारी ली। उन्होंने शिष्टमंडल के प्रत्येक सदस्य की भूमिका और उनके योगदान की प्रशंसा की। मंत्री महोदय ने अंतरराष्ट्रीय कवयित्री श्रीमती नीरजा शुक्ला से कनाडा की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करते हुए उनके अनुभवों को सुना। उन्होंने पुस्तक में शामिल लेखकों और कवियों के प्रयासों को सराहा और समूह की इस अद्भुत पहल के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।