दोस्तों कल से कुचामन के बाजार में एक सनसनीखेज खबर ने धूम मचा रखी है और इस बात की पुष्टि यही के न्यूज़ पोर्टल कुचमादी. कॉम ने भी कर दी थी तो स्वाभाविक है कि यह सनसनी खेज मामला हर जुबांन पर पहुंचना ही था। क्विक न्यूज़ ने ज़ब इस मामले के तह तकपहुंचने की कोशिश की तो मामला सामने आया। उसी पर आधारित है आज का यह कार्यक्रम।
दोस्तों क्विक न्यूज़ यहां पर उन तथ्यों को रख रहा है जो घटित हुए थे। अब कौन दोषी है इसका फैसला की क्विक न्यूज़ अपने दर्शकों पर छोड़ता है। तो लिजीए दोस्तों शुरू करते हैं इस सब के पीछे की कहानी।
दोस्तों यह कहानी शुरू होती है दिसंबर 2024 मे एक लड़का और एक लड़की कुचामन सिटी आए,बताया जाता है कि लड़का मुस्लिम है और लड़की हिंदू है सूत्रों के अनुसार इन लोगों ने 2015 में ही विवाह कर लिया था और उस समय यह लड़का स्थानीय कोटा कॅरियर स्कूल में पढ़ाया करता था तो दिसंबर के अंतिम समय में यह जोड़ा कुचामन आया और स्वाभाविक रूप से यहां आकर उन्होंने पुराने बॉस यानी कोटा करियर के मालिक श्री राजेंद्र चौधरी से संपर्क किया।
अब राजेंद्र चौधरी का कहना है कि उन्होंने अनभिज्ञता वश उन दोनों के ठहरने आदि की व्यवस्था करवा दी यहाँ तक सब कुछ सामान्य था लेकिन इस घटना के अगले दिन कुचामन का सर्व समाज स्थानीय डूंगरी के बालाजी मंदिर मे एकत्रित हुआ और उक्त घटना पर नाराजगी व्यक्त की,साथ ही कोटा करियर के संचालक श्री राजेंद्र चौधरी और दो अन्य( जिन्होंने उस जोडे की मेहमान नवाजी की थी) उन्हें बुलाया और सर्व समाज ने सर्व सहमति से फैसला दिया कि राजेंद्र सिंह और अन्य दोनों पर सजा के रूप में 21 लाख रुपए अर्थ दंड लगाया जाए।
इस कार्यवाही मे सर्व समाज के पांच गणमान्य व्यक्तियों को अग्रिम रूप से नियुक्त किया गया।अब यहां पर कहानी में ट्विस्ट आता है। इस मीटिंग के सूत्रधार वरिष्ठ पत्रकार हेमराज पारीक को माना गया मतलब यह यहां मुख्य भूमिका हेमराज पारीक की थी और इस मीटिंग को के कार्यवाही रजिस्टर को भी श्री पारीक अपने साथ लेकर चले गए।अब दोस्तों कहानी में एक नया ट्वीस्ट आता है मध्य जनवरी मे निकटवर्ती कंकरिया ग्राम का युवक विष्णु सिंह एक रिपोर्ट दर्ज करवाता है और रिपोर्ट में उपरोक्त घटनाक्रम को उजागर करता है।
जब यह बात आम जनता में होती है तो कोटा करियर के संचालक एवं जाट समाज गुस्से में आ जाता है और समाज पर दबाव बनाता है कि अब उन्हें न्याय की आवश्यकता है तो दोस्तों पिछले दिनों सर्व समाज की मीटिंग बुलाई गई स्थानीय शाकंभरी माता के मंदिर में इस मीटिंग मे किसी तरह का निष्कर्ष नहीं निकलने पर इस मीटिंग को अगले दिन के लिए मुलतवी कर दिया गया।
दूसरे दिन यह मीटिंग स्थानीय पुलिस थाने में बुलाई गई थाना अधिकारी द्वारा आपत्ति जताई जाने पर यह मीटिंग स्थानीय नली वाले बालाजी आयोजित की गई। यहां पर श्री हेमराज पारीक से प्रथम मीटिंग के रजिस्टर में से कार्रवाई का पन्ना फटने और कार्यवाही को सार्वजनिक करने की बात को लेकर पूछताछ की गई।श्री हेमराज पारीक यहां पर सर्व समाज को संतुष्ट करने में असफल रहे।
यही पर कोटा करियर के संचालक द्वारा कई आरोप लगाए गए लेकिन हेमराज पारीक यहां द्वारा यहां किसी भी बात को नहीं माना गया।यहां सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष श्री घनश्याम शर्मा द्वारा एक बहुत ही अच्छा कदम उठाया गया श्री घनश्याम शर्मा ने सार्वजनिक रूप से कहा कि तथ्यों के साथ खिलवाड़ करने मतलब कार्यवाही रजिस्टर का पन्ना फाड़ने और बात को सार्वजनिक करने हेतु यदि हेमराज पारीक गलती स्वीकार नहीं करते हैं तो श्री पारीक पर सर्व समाज द्वारा मुकदमा किया जाए और उक्त मुकदमे में ब्राह्मण समाज सर्व समाज के साथ रहेगा चाहे आरोपी उनके ही सदस्य क्यों ना हो। सर्व समाज के लोगों द्वारा सर्व सहमति से मुकदमा दर्ज करने की बात को मान लिया गया।
वहीं पर राजपूत समाज के दलपत सिंह गच्छीपुरा थी मौजूद थे और उन्होंने भी न्याय का पक्ष रखते हुए कहा कि वह भी हर हालत में न्याय के पक्षधर है यदि श्री हेमराज पारीक ने गलती की है तो उन्हें सजा मिलना ही चाहिए कुल मिलाकर मुकदमा दर्ज करवाने की बात पर सहमति हो गई। लेकिन यहां पर फिर से कहानी में नया ट्वीस्ट आ गया। ज़ब राजेंद्र चौधरी सर्व समाज के साथ थाने पहुंचे तो वहां उन्होंने कहा कि हेमराज पारीक ने उन्हें उनसे ₹200000 रंगदारी के वसूल किया और ₹300000 और मांगे।साथ ही सीसीटीवी कैमरा के फुटेज को सबूत बताया।
अब यह सब तो पुलिस के लिए जाँच का विषय है,लेकिन शहर वासियों के लिए यह एक सनीखेज खबर जरूर बन गई है। वैसे यह बात भी सही है की हेमराज पारीक पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। दोस्तों क्विक न्यूज़ आशा करता है कि उपरोक्त मामले की जल्दी ही जांच संपूर्ण हो और मामले का पटाक्षेप हो।
क्विक न्यूज़ के सूत्र :
1.सर्व समाज की मीटिंगो मे क्विक न्यूज़ की उपस्थिति।
2.गणमान्य लोगो से क्विक न्यूज़ की बातचीत।