सबसे पहले धन्यवाद क्विक न्यूज़ के दर्शकों का जिन्होंने एक बड़े जनहित के मुद्दे को गंभीरता से लिया और आम जनता तक पहुंचाया। धन्यवाद देवी सिंह चौहान और श्रीपाल सिंह राठौड़ का जिन्होंने सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया और सबसे पहले क्विक न्यूज़ कों अवगत करवाया और क्विक न्यूज़ इस मुद्दे पर जनता की आवाज बन सका। और सबसे ज्यादा धन्यवाद कुचामन की जनता का जिन्होंने इस मुद्दे को सरकार के सामने रखा और सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया।

क्विक न्यूज़ कों आशा यही है कि जल्द से जल्द यह मुद्दा सुलझेगा ओर सरकार इस मुद्दे पर हठ धर्मिता छोड़कर जनता के दृष्टिकोण को देखेगी। और आम जनता को राहत देगी।
दोस्तों मुद्दा है कुचामन राजकीय चिकित्सालय की मातृ एवं शिशु विंग को कुचामन से बाहर ना ले जाकर मूल चिकित्सालय में ही रखा जाए। गत मंगलवार को यह मुद्दा क्विक न्यूज़ के संज्ञान में आया और इसी मुद्दे पर बुधवार को क्विक न्यूज़ में प्रथम कार्यक्रम किया। हालांकि शुरुआत में क्विक न्यूज़ कों लोगो मजाक का भी सामना करना पड़ा। लेकिन क्विक न्यूज़ को इसी मुद्दे पर अड़ा रहा लगातार तीन कार्यक्रम आदि की भी इसी मुद्दे पर किये 13 मई, 14 मई, और 17 मई कों वहीं दूसरी और करणी सेना, कुचामन केमिस्ट एसोसिएशन भी इस मुद्दे के विरोध में अड़ी रही।

और नतीजा आज पूरे कुचामन का सर्व समाज इस मुद्दे के विरोध में और खड़ा हो गया। आज सुबह जल्दी ही केमिस्ट एसोसिएशन ने सभी दवाइयां की दुकान बंद करवा कर सांकेतिक बंद का आह्वान किया और देखते-देखते अस्पताल के सामने के सभी दुकानें बंद हो गई। देखिए वीडियो में, आइये जानते हैं केमिस्ट एसोसिएशन और करणी सेवा की बात को। और सुनते हैं महिलाओं का दर्द कों महिलाओं की जुबानी सुनते हैं।

चिकित्सालय से बस स्टैंड तक विरोध स्वरूप नारे लगाते हुए रैली भी निकाली गई। इसके बाद लगभग 11:00 बजे कुचामन का सर्व समाज उपखंड कार्यालय में एकत्रित हुआ और वहां पर भयंकर नारेबाजी की और उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सोपा। देखिए वीडियो।
वही नगर परिषद सभापति हेमराज चावला केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल सिंह राठौड़ आदि ने रैली को संबोधित करते हुए आह्वान किया कि किसी भी सूरत में चिकित्सालय को नगर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। आइये सुनते हैं वक्ताओं को। दोस्तों आगे भी क्विक न्यूज़ विस्तार से आपको इस मुद्दे पर होने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताता रहेगा। फिलहाल आगे आने वाले वीडियो में क्विक न्यूज़ आपको बताएगा कि इस मुद्दे पर अस्पताल विस्तार के लिए 8 किलोमीटर दूर जाने के अलावा और क्या-क्या समाधान हो सकते हैं।