दोस्तों आज का कार्यक्रम कुछ विशेष है क्योंकि इसमें समस्या तो है ही, साथ ही कुछ विशेष जानकारी अभी है।
दोस्तों कल दोपहर एक कार्यक्रम में था कि अचानक मित्र रज़ब अली का मैसेज आया साथ ही एक फोटो भी मिली।देखा तो किसी एटीएम बूथ का फोटो था। और उसमें एक कुत्ता पहरा दे रहा था।भाई रजब अली का मैसेज दिखाना चाहूंगा गौर कीजिएगा |
“कुचामन सिटी शाह जी का बगीचा स्थित एसबीआई एटीएम सुविधाओं का नहीं दुविधाओं का एटीएम जरूर बन गए कुचामन सिटी में इलाज करवाने आ रहे हैं मरीज के तीमारदार एटीएम की सुविधा लेनी हो तो पास में यही एटीएम मिलता है या शहर के नागरिकों को अगर एटीएम से पैसे निकालना हो तब इसी एटीएम पर आते है इस एटीएम पर बैटरी इन्वर्टर की सुविधा नहीं होने के कारण एटीएम से पैसे निकालने के समय लाइट जाने पर पैसे अटक जाते हैं इस वक्त तीमारदार को अपने पेशेंट का इलाज हेतु पैसे चाहिए होते थे और वह अटकने पर कितनी है असुविधा महसूस होती है वह खुद ही समझ सकता है वॉचमैन है नहीं A/C सालों से खराब पड़ी है कोई भी अफसर देखने वाला भी नहीं अफसर आते हैं गाड़ी में ही फॉर्मेलिटी करके रवाना हो जाते हैं कैमरे हैं नही एसबीआई एटीएम बोर्ड मे लाइट नहीं है कुत्ते एटीएम की रखवाली कर रहे हैं बड़ा भयभीत करने वाला मंजर है अफसोस होता है हम जी कौन सी सदी में रहे हैं”
शोचनीय स्थिति थी तो मेने भी उन दोनों को तुरंत एसबीआई की ब्रांच में ही बुला लिया, शाखा प्रबंधन से मिलने और बात करने के लिए।दोस्तों भाई रज्जब अली के साथ उनके मित्र संजय बियानी भी थे तो हम पहुंचे शाखा प्रबंधक मिस्टर बेरवा जी से मिलने।
औपचारिक अभिवादन के बाद जब मुद्दे की बात आई तो बेरवा जी भी कुछ चिंतित दिखाई दिए,अब उनसे प्राप्त जानकारी कुछ इस तरह थी बेरवा जी ने बताया कि एटीएम बूथ दो तरह से चलाए जाते हैं। पहले अंडर ब्रांच मोड दूसरा आउट सोर्सिंग मोड।
अंडर ब्रांच में वह एटीएम होते हैं जो ब्रांच के बाहर ही संचालित होते हैं उन्हें बैंक खुद संचालित करता है। इसकी सारी जिम्मेदारी बैंक की उसी ब्रांच की होती है जिसके बाहर यह एटीएम बूथ लगे होते हैं।
दूसरे होते हैं आउटसोर्सिंग मोड पर संचालित एटीएम। यह वह एटीएम होते हैं जो कहीं भी संचालित किये जा सकते हैं और उन्हें कोई भी ब्रांच यहाँ तक की किसी का दूसरे शहर की ब्रांच भी संचालित कर सकती है।और इनके रखरखाव की जिम्मेदारी किसी एजेंसी को ठेके पर दी जाती है।
जैसे जिस एटीएम की बात यहां हो रही है वह शाहजी का बगीचा कुचामन सिटी में संचालित है, और यह बूथ डीडवाना एस बी आई ब्रांच द्वारा संचालित किया जाता है।
इसके रखरखाव का ठेका हिताची कंपनी के पास है, और इसके CMF में कोई मिस्टर भंवरलाल है।यह जानकारी तुरंत ब्रांच मैनेजर मिस्टर बैरवा ने हासिल की।और मिस्टर भंवरलाल से हमारे सामने ही बातचीत की अब यहां मिस्टर भंवर लाल की लापरवाही साफ नजर आ रही है।
और जैसा मिस्टर संजय बियानि ने बताया कि एटीएम में कोई सुविधा नहीं है वहां का एसी खराब है। इनवर्टर बैटरी खराब है।अंदर अधिकतर कुत्ते बैठे रहते हैं। बाहर साइन बोर्ड टूट कर लटक गया है जिससे ग्राहक के सर पर चोट लगती है।साथ ही यह चिकित्सालय के सबसे पास का एटीएम है, तो आपात समय में यदि कोई पैसा निकालने आता है तो इनवर्टर की खराब होने के कारण बार-बार पैसा अटकने की समस्या आती रहती है।क्योंकि लाइट तो आती जाती रहती है।
वैसे दोस्तों कुचामन के अधिकतर एटीएम बूथ पर चौकीदार नहीं मिलते हैं। तो आप समझ सकते हैं कि ग्राहकों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।