
कल शाम 8:00 थोड़ी तेज हवाएं चली तूफान नहीं था। लगभग आंधी से भी थोड़ी कम हवाएं थी। आज सुबह जब हम उठे और घर से बाहर निकले तो कुचामन का लगभग हर आदमी एक ही बात कह रहा था “ यार कल पूरी रात नींद नहीं आई।” वैसे नींद तो हमें भी नहीं आई थी । लेकिन फिर भी जिज्ञासा वश पूछ लिया “आई क्यों नहीं भाई नींद तो बोले लाइट नहीं थी ना”।

यह बिल्कुल सच है जनाब कल शाम को आंधी आई थी। और यह भी सच है कि काफी खंबे आंधी के कारण गिर भी गए थे। लेकिन दोस्तों हमारे कुचामन की एक और खास बात बताना चाहूंगा कि हमारे यहां किसी भी दिशा के क्षितिज में यदि बादल दिखाई दे जाए और यदि बरसात का 20% चांस हो तो तुरंत लाइट काटदी जाती है। और 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से यदि हवाएं चलने लगे तो समझो 10 20 बिजली के खंभे धराशाही होने ही है।

बहरहाल कल शाम 7:30 बजे लाइट गई थी जो लगभग आज दोपहर 4:00 बजे आई है आई थी। दोस्तों इस कारण से क्विक न्यूज़ अपने दो कार्यक्रम जो कि लगभग तैयार थे लिखित काम सारा तैयार था। लेकिन उसे अपलोड नहीं कर पाया क्योंकि लाइट नहीं थी। और क्विक न्यूज़ को लाइट की जरूरत होती है। और कुचामन के कई क्षेत्रों में शाम 5:30 बजे तक लाइट नहीं थी ।

अब सब इस संबंध में हमने आज सुबह विद्युत विभाग के आला अधिकारियों से बात करनी चाही तो पहले अशोक जी जो की एवीवीएनएल के जिम्मेदार अधिकारी है उन्होंने तो फोन ही नहीं उठाया। चलिए हमने बात की ओमप्रकाश जी जांगू जिन पर शहर की लाइट की जिम्मेदारी है। साहब ने फोन उठाया हमने कहा सर आपसे मिलना चाहते हैं आप कहां मिलेंगे। तो जांगू जी बोले हम अभी पुलिस थाने के बाहर खड़े हैं।हमने कहा जी हम भी आते हैं। और हम उनसे मिलने पहुंचे।

हम मिले और हमने पूछा सर लाइट का क्या सीन है तो पूरे शहर के लोगों की तरह वे भी बोले जी “हम पूरी रात से जाग रहे हैं हमने नींद ही नहीं ली”। हमने कहा सरकार यह बात तो पूरा शहर कह रहा है। तो बोले आपको मालूम नहीं क्या रात को तूफान आया था।शहर में कई खंबे धराशाई हो गए हैं। हमने कहा सरकार लाइट नहीं होने के कारण हम कल दो न्यूज़ वीडियो नहीं लगा पाए उसकी हमें काफी आर्थिक और मानसिक नुकसान भी हुआ है उसका क्या।

तो साहब अपने चेहरे पर बड़ी मीठी सी,स्निग्ध सी मुस्कान लाकर बोले भाई यह तो अब आप ही मैनेज कीजिए।उफ्फ्फ वह मीठी सी मुस्कान। बहरहाल 24 घंटे लाइट नहीं आने से हमारा ध्यान विद्युत व्यवस्था पर गया तो कई बातें अनोखी दिखाई दी। मसलन कुचामन स्टेशन रोड पर बस स्टैंड से पूरी स्टेशन रोड पर जितने भी खंबे हैं।उनमें से 90% खंबे अपने अक्ष से झुके हुए दिखाई दिए।कोई 15 डिग्री पर तो कोई 30 डिग्री पर।

और विशेष बात यह है कि सभी किसी ने किसी मकान की ओर झुके हुए थे। हमने इस बात की चर्चा हमारे मित्र शाहबान भाई से की तो वे भी अपने चिर परीचित अंदाज में पान चबाते हुए बोले “ल बोल खंबा तो सीधा ही लगाया रे गुरुत्वाकर्षण शक्ति ही जिशु ए खंभा एक तरफ झुक ग्या। अब ए बिजली वाला भी काई करें बापड़ा।” बहरहाल विद्युत विभाग की अनियमिताओं के बखान का सिलसिला जारी रहेगा आज का कार्यक्रम समाप्त करने से पहले अपने दर्शकों से माफी चाहूंगा कल के कार्यक्रम आप तक नहीं पहुंच सका।