राजस्थान के प्रसिद्ध वन्य जीव अभ्यारण्य रणथंबोर में बाघों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। गत 16 अप्रैल को एक सात वर्षीय में बालक को बाघ ने अपना शिकार बना लिया था। ऐसी ही एक और दुखद घटना आज उस समय सामने आई जब आज एक टाइगर ने डिप्टी रेंजर को दबोच लीया और जंगल में ले गया। क्विक न्यूज़ के सवाई माधोपुर प्रतिनिधि श्री रामलाल बैरागी से प्राप्त जानकारी के अनुसार टाइगर रिजर्व के जोगी महल गेट के आसपास डिप्टी डेंजर देवेंद्र सिंह सिनसिनवार कुछ काम करवा रहे थे उसी समय उन पर एक बाघ ने हमला कर दिया। और उन्हें घसीटते हुए जंगल में ले गया।

सनद रहे दोस्तों पिछले एक माह में ही यह दूसरी घटना बाघों के हमले की है। सूत्रों के अनुसार योगेश शर्मा की जगह श्री देवेंद्र सिंह कों डिप्टी रेंजर का कार्यभार सोपा गया था। घटना के बाद वन विभाग और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। साढ़े तीन घंटे तक बाघ श्री देवेंद्र सिंह के शव के पास ही बैठा रहा।

काफी कड़ी में शतक के बाद शव को टाइगर के कब्जे से छुड़वाया जा सका।बाद में शव को सवाई माधोपुर अस्पताल में पहुंचाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। स्थानीय विधायक और कृषि मंत्री श्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी प्राप्त की। और शोक व्यक्त किया। वहीं बाघ संरक्षण समिति के संयोजक श्री रूप सिंह मीणा ने भी अभयारण्य की इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। और विभाग से मांग की है कि शीघ्र ही इस तरह के हमले से आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए आवश्यक कदम उठाया जाए। ताकि विश्व प्रसिद्ध गणेश मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिल सके।

श्री रामलाल बैरागी के अनुसार वर्तमान में किले में काफ़ी बाघों का मूवमेंट लगातार जारी है। आज सुबह गणेश मंदिर के सामने ही बाघ आ गया था तो मजबूरन मंदिर के पट बंद करने पड़ गए थे। डिप्टी रेंजर श्री देवेंद्र सिंह के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। इस हादसे ने पूरे विभाग और क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। बहरहाल वन विभाग पूरी चौकसी के साथ सुरक्षा उपाय करने में जुट गया है।