नगर परिषद कुचामन सिटी, पिछले कुछ दिनों से परिषद क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। आलम यह है कि हर जगह कचरे के ढेर लगे हुए दिखाई दे जाते हैं।सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई दे जाते हैं।
राजकीय चिकित्सालय के आसपास का आलम तो यह है की मुख्य रोड जो कि चिकित्सालय के प्रवेश द्वार तक जाती है,उस पर खड्डो की भरमार है। साथ ही हर कहीं बेतरतीब तरीके से गाड़ियां पार्किंग की जाती है।यदि आपात समय में किसी मरीज को अस्पताल लाया जाए तो एंबुलेंस का चिकित्सालय के मुख्य द्वार तक पहुंचना ही दुबर हो जाता है।
चिकित्सालय के पीछे वाली सड़क का आलम यह है कि यहां 24 घंटे गंदगी रहती है।सफाई कर्मी वहां कोई ध्यान नहीं देते हैं।इस क्षेत्र के जागरूक नागरिक श्री पृथ्वीराज ने अभी हाल ही का वीडियो बनाकर क्विक न्यूज़ से शेयर किया है।आपकी पूरी स्क्रीन पर यह वीडियो देखिए।
श्री पृथ्वीराज का कहना है कि बार-बार संपर्क पोर्टल पर शिकायत की जाती है, वहां पर थोड़ी समय बाद ही वहां से फोन आता है कहां जाता है कि आपकी शिकायत का समाधान हो गया है।जबकि गंदगी इसी तरह पड़ी रहती है। इन्ही सब बातो से परेशान होकर आज अस्पताल क्षेत्र के वार्ड पार्षद मोहम्मद फारूक टांक ने उप जिलाधीश को ज्ञापन सोपा और कुचामन की सफाई व्यवस्था तो पुन बहाल करने की मांग उठाई है।
पार्षद श्री फारूक टांक का कहना है की सफाई व्यवस्था इस बुरी कदर चरमरा गई है कि आम नागरिक का चलना भी दुभर हो गया है।आगे फारूक टांक कहते हैं कि चूकी सफाई व्यवस्था ठेके पर चल रही है, कचरा संग्रहण का ठेका दिया हुआ है,सैकड़ो सफाई कर्मी ठेके पर लगे हुए हैं।साथ ही पर्याप्त मात्रा में नगर परिषद के भी सफाई कर्मी भी है लेकिन सफाई शून्य है।
अब दोस्तों बदहाल सफाई व्यवस्था, टूटी खड्डो और गंदगी से अटी पड़ी सड़के और कोड़ मे खाज रूडीप और एलएनटी की लेट लतिफी। कुचामन के आम आदमी का जीना दुभर हो गया है। पार्षद फारूक टांक आज समाज सेवक पंच परशुराम बुगालिया और चतुर्भुज शर्मा को साथ लेकर उप जिलाधीश कार्यालय पहुंचे और पुरजोर शब्दों में कुचामन की बदहाल सफाई व्यवस्था को सुधारने की मांग की।