Wednesday , 26 March 2025

पीला आतंक :-एक और जिन्दगी खत्म

         

 कुचामन सिटी के निकटवर्ती गांव कुकन वाली का रहने वाला 30 वर्षीय युवक धर्मेंद्र चौधरी एक ट्रैक्टर दो माह पूर्वा लेकर आया था। धर्मेंद्र उसी ट्रेक्टर की सर्विस करवाने के लिए निकट के शहर कुचामन सिटी गया, सर्विस करवा कर वापिस अपने घर लौट रहा था,ग्राम पांचवा में पीछे से एक स्कूल बस तेज गति से आई और ट्रैक्टर को टक्कर मार कर तेज गति से ही आगे निकल गई।

             ट्रैक्टर तीन पलटी खाते हुए विपरीत दिशा में चल पड़ा,सीसीटीवी फुटेज के अनुसार घटनाक्रम को देखकर लगता है कि किसी फिल्म की शूटिंग चल रही है पूरी तरह से फिल्मी स्टंट।

             5 साल की बच्ची का पिता धर्मेंद्र अपने माता-पिता की इकलौती संतान था और खेती बाड़ी में अपने पिता की मदद करता था।बुधवार दिनांक 27 मार्च दोपहर 1:17 मिनट पर कुचामन की ओर से बच्चों को छोड़ने आ रही निजी स्कुल बस ने तेज गति से ट्रैक्टर के पीछे से चक्कर मार दी,ट्रेक्टर 3 पलटी खाया और विपरीत दिशा में चल पड़ा।

               दोस्तों लगभग एक माह पहले क्विक न्यूज़ ने एक कार्यक्रम किया था स्कूल बसों की मनमानी गति और नियमों की अवहेलना करने पर। आज जब बस के दस्तावेजों की पड़ताल की गई तो पता चला कि बस का इंश्योरेंस 2017 में ही समाप्त हो गया था,गाड़ी की फिटनेस 2018 में और पॉल्यूशन 2022 में समाप्त हो चुके थे।

           इन सब के बावजूद बस धड़ल्ले से चल रही थी, सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चलता है कि बस स्कूल बस मानकों पर कहीं भी खरी नहीं उतर रही थी, ना उसे पर पीला रंग था ना ही उसकी खिड़कियों पर जालिया थी।

               दोस्तों एक माह पहले ही उप जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बसों की स्थिति के लिए प्रत्येक स्कूल से शपथ पत्र मांगे गए थे।जिनमे बसों की स्थिति के बारे मे पुछा गया था हमने उस दिन भी इस विषय पर कार्यक्रम किया था।क्विक न्यूज़ में अपने सोर्सेस से शपथ पत्र हासिल किया तो चौंकाने वाली बात सामने आई दोस्तों शपथ पत्र आप देख सकते हैं आपके साथ स्क्रीन पर संलग्न है दोस्तों शपथ पत्र में सूचनाओं के बारे में स्पष्ट लिखा था।

                दोस्तों शपथ पत्र में पूछा गया कि बाल वाहिनी इंश्योर्ड है अथवा नहीं:- उत्तर था नहीं।

            दूसरा प्रश्न पुलिस वेरिफिकेशन हुआ है अथवा नहीं:- उत्तर था नहीं।

            विभाग द्वारा जारी पॉल्यूशन सर्टिफिकेट है अथवा नहीं :-उत्तर नहीं।

          और  सबसे बड़ी बात विभाग द्वारा पूछा गया कि बाल वाहिनी का संचालन नियम अनुसार किया जा रहा है अथवा नहीं :-उत्तर हां।

दोस्तों इतनी बड़ी बड़ी अवहेलनाओ के बावजूद उत्तर हां।

               शपथ पत्र दिए जाने के एक माह बीत जाने के बावजूद किसी भी स्कूल बस की जांच नहीं हो पाई है, यदि समय रहते परिवहन विभाग द्वारा जांच कर ली जाती तो शायद आज धर्मेंद्र की मौत नहीं होती।

               दोस्तों कुचामन सिटी शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर है,जाहिर सी बात है काफी स्कूल और कॉलेज भी यहां पर है और काफी बसें भी इन स्कूलों द्वारा संचालित की जाती है दोस्तों जब सुबह स्कूल लगती है, और जब स्कूल की छुट्टी होती है तब कई जगहों पर और कई बार कुचामन की सड़कों को स्कूल बसों के कारण जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है।

               इससे पूर्व भी कई बार इन्हीं स्कूल बसो के कारण कुचामन को दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा है दोस्तों स्कूल संचालको की मनमानी का आलम यह है कि लगभग 60% बसे अपने मानको पर पूरा नहीं उतर पा रही है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र कह रहे हैं।

               बात यही नहीं रुकती दोस्तों स्कूल संचालक अपने बच्चों को लाने ले जाने के लिए क्रूजर और छोटा टेंपो आदि का भी धड़ल्ले से संचालन कर रहे हैं, यहां तक की मारुती वेन जो की एल पी जी गैस पर चलती है वह भी यहां स बच्चों को आवागमन के लिए काम में आ रही है।जो कि किसी भी नियम का पालन नहीं करते हैं।

            क्विक न्यूज़ अभिभावकों से अपील करता है, कि अपने लाडलो को स्कूल बस में बैठाने से पूर्व एक बार बस के कागजातों की अवश्य निरीक्षण कर ले ताकि कोई दुर्घटना होने से काफी हद तक बचाव किया जा सके।

About Manoj Bhardwaj

Manoj Bhardwaj
मनोज भारद्धाज एक स्वतंत्र पत्रकार है ,जो समाचार, राजनीति, और विचार-शील लेखन के क्षेत्र में काम कर रहे है । इनका उद्देश्य समाज को जागरूक करना है और उन्हें उत्कृष्टता, सत्य, और न्याय के साथ जोड़ना है। इनकी विशेषज्ञता समाचार और राजनीति के क्षेत्र में है |

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