स्टेशन रोड स्थित जवाहर स्कूल में आज पीएम श्री विद्यालय गतिविधि संकल्पना के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ . भंवर लाल डूडी मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वार्ताकार , सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट शुभम महेश्वरी विशिष्ट अतिथि एवं विशेष वार्ताकार के रूप में मौजूद रहे। यूसीईओ के अधीन सभी राजकीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने इस कार्यशाला का लाभ उठाया।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में नागरिकता कौशल एवं संवैधानिक मूल्यों पर बोलते हुए एडवोकेट माहेश्वरी ने बताया कि भारत एक देश ही नहीं एक विचार है जो यहां के हर नागरिक के तन और मन में बसता है। महेश्वरी ने कहा कि भारत का प्रत्येक वासी 3D डेमोक्रेसी ,डाइवर्सिटी और डेवलपमेंट की संकल्पना को यदि अपने जीवन में उतार ले तो आने वाले समय में भारत को वैश्विक शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता है। माहेश्वरी ने कहा की नागरिकता की सच्ची पहचान यही है कि यदि व्यक्ति खुद सम्मान चाहता है तो अगले व्यक्ति को भी उतना ही सम्मान दें।
एडवोकेट ने शिक्षा के लीगल पक्ष पर भी प्रकाश डाला तथा राइट टू एजुकेशन पर कानूनी जानकारी दी।प्रथम सत्र में ही वार्ताकार के तौर पर बोलते हुए पर्यावरण विज्ञानी डॉक्टर भंवर लाल गुगड़ ने उपस्थित छात्रों तथा व्यक्तियों से कहा कि सर्वप्रथम आप अपने आप को पहचाने तथा समृद्ध राष्ट्र के निर्माण हेतु नैतिक मूल्यों , सामाजिक मूल्यों एवं पर्यावरणीय मूल्यों के प्रति खुद को समर्पित करें। गुगड़ ने देश के प्रति दायित्वबोध की ओर सबका ध्यान खींचा तथा पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया।
कार्यशाला के तृतीय सत्र में बोलते हुए मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वार्ताकार डॉ. बी .एल डूडी ने छात्रों से कहा कि भारत शिक्षा संक्रमण के दौर से गुजरा है क्योंकि भारत ने नालंदा, तक्षशिला, विक्रमशिला से लेकर आईआईटी , आईआईएम,एम्स जैसे शिक्षण संस्थाओं का गौरवशाली इतिहास दुनिया के सामने रखा है। प्रोफेसर डूडी 21वीं सदी की शिक्षा और सूचना कौशल विषय पर बोल रहे थे। डूडी ने कहा कि हमें लर्निंग स्किल, कम्युनिकेशन स्किल ,लिटरेचर स्किल अपने अंदर डेवलप करते हुई कागजी शिक्षा को छोड़कर व्यावसायिक शिक्षा की ओर कदम बढ़ाने होंगे। डूडी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि दुनिया में कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता जिसमें आपका इंटरेस्ट है जिस काम को आप अच्छे ढंग से कर सकते हैं उसके पीछे पड़ जाइए तथा उसमें इतनी महारत हासिल कर लीजिए कि लोग उस काम के लिए केवल आपको ही याद करें। डूडी ने कहा कि प्राचीन शिक्षा में हम दुनिया भर में अग्रणी थे मगर अभी हमें तकनीकी ज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा रोबोटिक्स जैसे विषयों में सुपर स्पेशलिटी प्राप्त करते हुए दुनिया को पछाड़ना होगा तभी हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था तक पहुंच सकते हैं।
प्रधानाचार्य मंजू चौधरी ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि जवाहर स्कूल पीएम श्री गतिविधियों को छात्र जीवन में लागू करते हुए निरंतर नए स्किल डेवलपमेंट का कार्य कर रही है। बच्चे करके सीखने के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं तथा चित्रकारी एवं कबाड़ से जुगाड़ जैसे विषयों में महारत हासिल कर चुके हैं। इस अवसर पर नागरिकता कौशल एवं संवैधानिक मूल्य विषय पर एक क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें सूरजी देवी बालिका स्कूल, सोनी देवी बालिका स्कूल, बानुड़ा ,भोमराजका एवं जवाहर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य भंवरलाल बुल्डक ने भी विचार व्यक्त किये, कार्यशाला में कमला रूलानिया, सुमन कुमावत, प्रकाश शर्मा, उमा सारस्वत, मनोरमा व्यास, हकीम अली खान ,हंसा चौहान, प्रियंका मौर्या, राखी मोदी, सीमा मेहरौलिया, एजाज खान, गोपाल गांधी, मोनिका चौधरी, मीनाक्षी राठौड़, राज गोठवाल, भगवती प्रसाद शर्मा सहित कई शिक्षाविदों ने भाग लिया। विद्यालय का संपूर्ण स्टाफ भी कार्यशाला में मौजूद रहा।