Wednesday , 26 March 2025

न्याय की आस में पडियार परिवार

             दोस्तों यह बुरी तरह से बिलखता हुआ युवक है इंदौर का सूरज पडियार और इसके इस कदर से बिलखने के पीछे एक बहुत ही करुणाजनक कहानी है। इस कहानी को जानने के लिए हमें थोड़ा फ्लैशबैक में जाना होगा।

            सूरज परिहार का भाई नितिन पडियार पैशे से फोटोग्राफर और कैफे संचालक,कहीं हो गई मुलाकात हर्षा शर्मा (जांगिड़) से जो कि कुचामन सिटी राजस्थान के निवासी है। उसे समय हर्षा अपने परिवार के साथ इंदौर ही नि   वास करती थी।दोनों में प्रेम हो गया धीरे-धीरे प्रेम परवान चढ़ने लगा।

          और दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया और प्रेम विवाह का नतीजा दोनों के ही घर वाले नाराज क्योंकि लड़का दर्जी समाज से और लड़की जांगीड समाज से थी।तो दोस्तों यह अंतरजातिय विवाह दोनों के घर वालों को समझ में नहीं आया। इस पर नितिन अलग घर लेकर किराए पर रहने लगा।

          लेकिन इधर नितिन की मां की ममता भी हिलोरे लेने लगी और उन्होंने नितिन को वापस अपने घर बुला लिया घर बुलाकर उन्होंने समाज के सामने उन दोनों की शादी भी करवा दी रिसेप्शन भी करवाया और सब कुछ किया। दोस्तों शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा सभी प्रेम से रहते थे लेकिन नितिन के सुसाइड नोट के अनुसार लगभग सात माह बाद हर्षा की मां और हर्षा के बीच बातचीत शुरू हो गई।

          बस यही से कहानी में नया मोड़ आ गया अब हर्षा में धीरे-धीरे बदलाव आने शुरू हो गए और जो हर्षा पहले अपने परिवार के साथ प्रेम से रहती वहीं अब बात-बात पर झगड़ा करने लगी, घर में कलह का माहौल रहने लगा।

          कुछ समय बाद हर्षा ने गर्भधारण भी कर लिया लेकिन गर्भपात करवा लिया।दोबारा फिर से हर्षा गर्भवती हुई और फिर एक बेटे को जन्म दिया, लगभग 6 माह बाद हर्षा अपने पीहर कुचामन आ गई और बस यही से कई मिन्नतें करने के बाद भी वापस नहीं गई। जब नितिन ने बात की तो 20 लाख रुपए की मांग कर दी।

          फिर पता चला कि हर्षा और उसके परिवार ने नितिन पर दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज करवा दिया है। अब नितिन, नितिन की मां, और भाई सूरज को कुचामन पेशी पर आना पड़ता,यहां पर उनके साथ क्या हुआ उसके लिए एक अलग से कार्यक्रम करना होगा।

            लेकिन इस सब की परिणीति के रूप में 20 जनवरी 2025 को नितिन को अपनी जान देनी पड़ी नितिन आत्महत्या कर चुका था। दोस्तों आप और हम समझ सकते है कि एक युवक का इस तरह दुनिया छोड़ देना एक माँ और एक भाई के लिए कितना दुखद है यह आप और हम सब समझ सकते हैं |

           दोस्तों बाकी का भाग अगले एपिसोड में।

About Manoj Bhardwaj

Manoj Bhardwaj
मनोज भारद्धाज एक स्वतंत्र पत्रकार है ,जो समाचार, राजनीति, और विचार-शील लेखन के क्षेत्र में काम कर रहे है । इनका उद्देश्य समाज को जागरूक करना है और उन्हें उत्कृष्टता, सत्य, और न्याय के साथ जोड़ना है। इनकी विशेषज्ञता समाचार और राजनीति के क्षेत्र में है |

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