तो दोस्तों जैसा कि सुना था दो अगस्त से सफाई की नई प्रक्रिया शुरू होगी। जिसका टेंडर 7 करोड रुपए का होगा इसे नाम दिया गया था घर-घर कचरा संग्रहण योजना। साथ ही इसमें कुछ राशि भी रखी गई थी जो कि प्रत्येक घर से मासिक रूप से लेकर सफाई करवाने के एवज मे ली जानी है।
दोस्तों काफी विरोध हुआ नग़र परिषद के सभी कांग्रेसी पार्षदों ने एक मीटिंग की, ज्ञापन बाजी भी हुई और इतना होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस होना भी लाजमी है तो वह भी हुई। अब दोस्तों जब नहीं व्यवस्था है तो सफाई में सुधार होना जरूरी है। क्योंकि इससे पहले टेंडर साढ़े तीन करोड रुपए का था और अब जस्ट डबल यानी 7 करोड रुपए का।
और तो और सफाई श्रमिकों की हड़ताल भी समाप्त हो गई है तो शहर तो बिल्कुल साफ हो जाना चाहिए। तो दोस्तों क्विक न्यूज़ ने पड़ताल की और जानी सफाई व्यवस्था की स्थिति।आइये दोस्तों देखते हैं शहर में सफाई के हालात।
पॉइंट नंबर 1. स्टेशन रोड एसबीआई बैंक के सामने।
दोस्तों आप देख सकते हैं वीडियो कचरा किस तरह से फैला हुआ है कीचड़ कचरे को बदबूदार भी बना रहा है। और यह आवागमन का मुख्य मार्ग है।
पॉइंट नंबर 2. आथूना दरवाजा मुख्य बाजार से जोड़ने वाली गली डॉक्टर तेजपाल के सामने,
दोस्तों यहां भी स्थिति कोई भिन्न नहीं है दोस्तों यहां भी भयंकर कचरा हो रहा है और बदबू चारों तरफ फैली हुई है।
पॉइंट नंबर 3 पुरानी धान मंडी महावीर भवन के पास।
दोस्तों आप देख सकते हैं वीडियो में किस तरह कचरा हो रखा है चारों तरफ और जिम्मेदार इसकी सुध नहीं ले रहे है।
पॉइंट नंबर 4: मीमो की गली वीडियो आपके सामने है दोस्तों किस तरह से यहां पर गंदगी फैली हुई है।
पॉइंट नंबर 5:कामदारों का मोहल्ला।
पॉइंट नंबर 6 :स्टेशन रोड नली के बालाजी मंदिर क्षेत्र।
यहां पर दो अगस्त से लगातार ख़डी सप्ताह का आयोजन चल रहा है और यहां पर दिन में वैसे भी काफी श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है और आप सामने देख सकते हैं वीडियो यहां पर गली में जैसे ही नली के बालाजी की गली में घुसते हैं श्रद्धालु उनका सामना कचरे से करना पड़ता है कीचड़ से करना पड़ता है।सबसे बड़ी बात है दोस्तों यह समस्या आज की नहीं है काफी पुरानी चली आ रही है सभी जिम्मेदारों को इससे अवगत करा दिया गया है लेकिन फिर भी इसका कोई इलाज नहीं है।
तो दोस्तों यह स्थिति है कुचामन शहर में सफाई की दोस्तों ज्यादा पुरानी बात नहीं है।हमारा कुचामन नागौर जिले में अपनी सफाई के लिए जाना जाता था। और आज आप जहां देखो प्लास्टिक, कीचड़ सड़ांध मारता कचरा फैला है।
आवारा पशु इस कचरे में मुह डालते हैं डालते मिलेंगे और फिर वहीं पर मल विसर्जन करते मिलेंगे जिससे और गंदगी होगी।
अब दोस्तों बात करते हैं नए टेंडर की दोस्तों आज जो सफाई हो रही है उससे कहीं बेहतर सफाई पहले हो जाती थी दोस्तों बाजार में जो बात फैली हुई है उसके अनुसार प्रत्येक घर से कचरा टैक्स 114 रुपए वसूल किए जाएंगे।
अब दोस्तों बात करते हैं व्हाट्सएप की व्हाट्सएप से कई बातें सामने आती है दोस्तों अब बात तो यह भी है कि 35,35 लाख के तीन बड़े लड्डू इस टेंडर को लागू करने की एवज में खाऐ गए हैं।
वैसे आपको बता दे क्विक न्यूज़ इस बात से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखता है, लेकिन व्हाट्सएप पर हुई चर्चा का स्क्रीनशॉट आपकी स्क्रीन पर उपलब्ध है आप देख सकते हैं।
वैसे दोस्तों इस नए टेंडर का औचित्य समझ में नहीं आता है दोस्तों,हम पहले भी इस विषय पर दो कार्यक्रम कर चुके हैं।दोस्तों बगैर चुने हुए बोर्ड की मंजूरी लिए किसी भी टेंडर का पास हो जाना संदिग्ध है।और चुने हुए सदस्यों द्वारा इसका विरोध इसे और भी संदिग्ध बना देता है।अब दोस्तों यदि बाजार में इस तरह की बात होती है तो किसी को दोष भी क्या दिया जा सकता है।