शिक्षा नगरी,कूचा-ए -अमन जैसे कई सुंदर नामो से सुशोभित कुचामन सिटी वर्तमान में कई तरह के अवैध धंधों से घिर चुका है। जैसे जैसे विकास बढ़ रहा है उसी गति से कुचामन में अवैध व्यापार भी बढ़ रहा है। और इसी बात को लेकर आज का पोल खोल हाजिर है वैसे यदि इस अपराध की पूरी पोल खोल की जाए तो कम से कम 10 एपिसोड लगेंगे। इसलिए इस कार्यक्रम को क्विक न्यूज़ ने कई टुकड़ों में पूरा करने का विचार किया है। तो आगे लगातार कई एपिसोड आपके सामने क्विक न्यूज़ पेश करता रहेगा।

बहरहाल शुरू करने से पहले हम आपको बता दें कि आज का एपिसोड अवैध शराब की दुकानों पर और हाईवे और बाईपास पर स्थित होटल में होने वाले अवैध जिस्म फरोशी के धंधे पर आधारित है। आज के एपिसोड में आपको इस गोरख धंधे से परिचित करवाया जाएगा। आगे आने वाले कार्यक्रमों में पूरे सबूतों के साथ आपके सामने यह सब पेश किया जाएगा। बरहाल पहले बात की जाए शराब की दोस्तों कुचामन कस्बे में राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत कुल नो दुकाने हैं।

क्विक न्यूज़ पहले भी इस विषय पर कई कार्यक्रम कर चुका है। क्विक न्यूज़ के प्रमुख सहयोगी मुन्नालाल काछवाल,प्रदेश अध्यक्ष,मानवाधिकार सुरक्षा संगठन,राजस्थान। पंच परसा राम बुगालिया, प्रदेश अध्यक्ष, भगत सिंह यूथ ब्रिगेड और श्री चतुर्भुज शर्मा आईटीआई एक्टिविस्ट के सहयोग से जब क्विक न्यूज़ में गहराई से इन दोनों मामलों की पड़ताल की तो चौंकाने वाली बाते सामने आई। कुचामन में शराब की कुल दुकान स्वीकृत है नौ। मतलब जो लोगो को राज्य सरकार द्वारा अनुज्ञा यानी शराब बिक्री का लाइसेंस जारी किया गया है। नौ दुकाने इस प्रकार है।

पहले दुकान तीन (एक) चुंगी नाका डीडवाना।
दूसरी दुकान तीन (दो ) बुडसू चौराहा।
तीसरी दुकान चार बुडसू चौराहे पर।
चौथी दुकान पांच सीकर स्टैंड पर।
पांचवी दुकान आठ भावता रोड पर।
छठी दुकान जो धनकोली हाउस पर।
सातवी दुकान नौ (दो )एसबीआई बैंक के सामने।
आठवीं दुकान चौदह कुचामन स्वागत द्वार के पास।
और नवी दुकान पुराने बस स्टैंड के पास 19 नंबर। जहां एक और कुल नौ ही अनुज्ञाधारी है वही कुचामन में संचालित है 20 से 25 के बीच दुकाने और सभी दुकानें गोदाम के नाम पर संचालित है। जबकि नियमानुसार गोदाम से बिक्री पूर्णतया अवैध है।
अब जानते हैं कुछ नियम शराब की दुकानों के संचालन के लिए जो की 1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाली नई आबकारी नीति जो राज्य सरकार ने जारी की है उन पर आधारित है।इन नियमों के अनुसार रात 8:00 बजे बाद दुकान खुली नहीं रखी जा सकती लेकिन 31 मार्च 2025 से पहले कम से कम मुख्य शटर तो बंद कर लिया जाता था। साइड के दरवाजे या खिड़की से बिक्री जारी रहती थी। लेकिन आजकल तो रात 11:00 बजे तक मुख्य शटर भी खुला रहता है।

राजस्थान सरकार ने 1 अप्रैल, 2025 से लागू होने वाली नई आबकारी नीति जारी की है. यह नीति 31 मार्च, 2029 तक लागू रहेगी. इस नीति के तहत, कई बदलाव किए गए हैं. इनमें से कुछ प्रमुख बदलाव ये रहे:
एयरपोर्ट और 10 कमरों वाले होटलों में बार खोलने की अनुमति मिली है.
समूह वार लाइसेंस की व्यवस्था लागू की गई है.
शराब की दुकानों के लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए गारंटी राशि हर साल 10 प्रतिशत बढ़ाई जाएगी.
सभी तरह के लाइसेंस और परमिट के लिए ऑनलाइन ऑटो अप्रूवल की व्यवस्था की गई है.
सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा.
इस नीति के तहत, मौजूदा दुकान संचालकों को ही पहले नवीनीकरण का मौका दिया गया था. जिन्होंने दुकानों का नवीनीकरण नहीं कराया, उनकी नीलामी की गई.
इस नीति से जुड़ी कुछ और खास बातें:
इस नीति के तहत, प्रदेश भर में 533 क्लस्टर बनाए जाएंगे.
हर क्लस्टर में दो से तीन दुकानें हो सकती हैं.
इस नीति से राज्य का राजस्व बढ़ने की उम्मीद है.
इस नीति से रोज़गार के अवसर बढ़ाने की उम्मीद है.

दूसरा गोदाम में बिक्री अवैध होगी लेकिन अधिकतर दुकानें गोदाम के नाम पर ही चल रही है। कई दुकानें तो ऐसे क्षेत्र में स्थित है। जहां रात के समय सिर्फ शराबियों के ही की ही आवाजाही होती है। मसलन नए बस स्टैंड पर। यह भी गोदाम है। लेकिन कभी भी रात के 12:00 बजे तक इस दुकान पर शराब उपलब्ध हो जाती है।
सबसे बड़ी बात है कि इस और प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है जबकि क्विक न्यूज़ इस पर कई बार कार्यक्रम भी कर चुका है। साथ ही कई बार शांति समिति की मीटिंग में प्रशासन को चेता भी चुका है। लेकिन इन दुकानों पर की बिक्री बदस्तूर जारी रहती है। बहरहाल इस विषय पर बाकी बात अगले एपिसोड में की जाएगी।

दोस्तों अभी बात करते हैं आज के दूसरे विषय की जो की है बाईपास पर होने वाले जिस्म फरोशी का धंधा। मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री मुन्नालाल काछवाल के सहयोग से जब क्विक न्यूज़ ने इस विषय पर पड़ताल की तो कम से कम 9 से 10 होटलों पर इस धंधे का खुलासा हुआ। यह सभी होटले हाईवे पर और कुचामन के बाईपास पर स्थित है।
कुचामन के रेलवे स्टेशन नारायणपुर से लेकर बाईपास से गुजरते हुए आनंदपुरा तक कई होटलों में इस तरह का धंधा खुले आम चल रहा है। कुछ दिनों पूर्व एक प्रमुख समाचार पत्र में भी इस तरह के समाचार छपे थे लेकिन इन लोगो पर कोई असर नहीं हुआ। दोस्तों विशेष बात यह है कि यह सारी होटले देवताओं के नाम पर जारी है। और यहां पर देवताओं के नाम पर ही यह घिनोना काम चलता है। प्रत्येक होटल में बाहर से लड़कियां लाई जाती है और कुचामन के युवा या कुचामन के आसपास के युवा यहां पर ग्राहक बनकर जाते हैं और यह अवैध धंधा यहाँ पूरी तरह से पनप रहा है।

दोस्तों आने वाले एपिसोड में क्विक न्यूज़ ने जो सबूत जुटाए हैं वो सभी आपके सामने प्रस्तुत होंगे। बहरहाल आज का एपिसोड यहीं पर समाप्त करता हूं क्यों कि यदि सारी बातें आज ही बताई जाए तो यह एपिसोड लगभग 4 घंटे से ज्यादा का बन जाएगा। धन्यवाद दोस्तों इंतजार कीजिएगा अगले एपिसोड का जो इन दोनों विषयों पर आधारित होगा।