शारदा वन्दन
हे पद्मवासिनी माता ,
हे शुभ्रा सुख दाता l
हे कवि भाग्य विधाता,
वीणापाणि शारदे ll
हे हंस वाहिनी माता,
मधुरिम स्वरदाता l
सारे जग विख्याता,
मनोमल हर दे ll
हरि हर नमनीया ,
तमोगुण हरणीया l
जन जन भजनीया,
नेह मन भर दे ll
जय जगजननी ,
जन पातक हरणी
माँ साहित्य जगत में
अमरता वर दे ll
सरोज शुक्ला “श्री”
कुचामन सिटी (राजस्थान)
नमस्कार 🙏
आत्म परिचय
नाम _ सरोज शुक्ला “श्री”
पिता _ श्री भगवत शरण दीक्षित
पति _ श्री महेश कुमार शुक्ला
निवास _ कुचामन सिटी, नागौर (राज०)
जन्मतिथि _ 1 जुलाई 1960
कार्यानुभव_ 16 वर्ष के प्रशासनिक अनुभव
सहित 31वर्ष का शिक्षण कार्य
अभिरुचि _ स्वाध्याय,शिक्षण,मंच संचालन,
गद्य- पद्य की विविध विधाओं
में लेखन , काव्यपाठ एवं
सम्पादन कार्य l
साहित्यिक परिचय_ संस्कृत की मासिक शारदीया गोष्ठी में नियमित सहभागिता (एक वर्ष तक) , काव्य मंचों पर काव्य पाठ, साहित्य संगम संस्थान में राष्ट्रीय सह अध्यक्षा के रूप में साहित्य सेवा तथा अन्य कई मंचों पर साहित्य सेवा , कविता पाठ एवं हरि अर्पण, सुमन सौरभ और बिहार निर्झरिणी के 39 का संपादन कार्य , शिवार्चन सन्ध्या, आदि विविध साहित्यिक कार्यक्रमों का अयोजन ll
सम्मान _
विविध साहित्यिक मंचों से साहित्य लहरी. साहित्य सुरभि, संगम विद्, काव्य मधुरा, आराधक, श्रेष्ठ रचनाकार, श्रेष्ठ टिप्पणीकार, मनोज कुमार साँवरिया मनु, फुलाम गमछा, साहित्य प्रदीप, संगम प्रणेता, साहित्य अपस्यु , महाकाव्यमेध,काव्यश्री आदि शताधिक सम्मान पत्र l
गोल्डन वर्ल्ड बुक और इंडिया वर्ल्ड बुक में स्थान प्राप्त l
प्रकाशित कार्य _
नवसत्यम् (समाचार पत्र), शिक्षादीप, नारी सन्देश, अविचल प्रभा, दोहा संगम, कवित्तरंग, सवैया संगम, गज़ल सरिता, भावों की महक,बिहार निर्झरिणी आदि पत्रिकाओं मे रचनाओं का प्रकाशन, आहुति (रचना संग्रह) आज की नारी,शक्ति आराधना, भारत के अशोक चक्र विजेता, ज्ञानगुल्लक, शब्दों का कम्पन आदि पुस्तकों में रचनाओं का प्रकाशन l
अप्रकाशित कार्य _
श्रीकण्ठचरितम् की साहित्यिक समीक्षा ( शोध ग्रन्थ ) , श्री दोहावली, श्रीरामचरितम्, निबन्ध माला, l
फाँगन आयग्यो चाला गोरी
आपा खाटू श्याम क
खाटू म आपा खेला होली
रंग गुलाल उछाल क
लाल नीलो हरयो गुलाबी
रंगा माही रंग ज्यावा
जी तो म्हारो इश्यो कर
खाटू माही बस ज्यावा
भक्त हु थाको बड़ो कीमती
राखो मन संभाल क
खाटू म आपा खेला होली
रंग गुलाल उछाल क
छोड़ क बाकी रंगा न
श्याम क रंग म रंग ज्यावा
कर बाबा तु करपा म्हा पर
भव सागर न तर ज्यावा
धीर धीर पग रखा म्हे
थोड़ा थोड़ा संभाल क
खाटू म आपा खेला होली
रंग गुलाल उछाल क
नमस्कार 🙏
आत्म परिचय
नाम _ संदीप कौशिक
पिता _ श्री सुरेश चंद्र कौशिक
पत्नी – श्रीमती मंजू कौशिक
निवास _ कुचामन सिटी, नागौर
जन्मतिथि _31/07/1976
अभिरुचि _ गायन् लेखन् मंच संचालन,
सम्पर्क सूत्र-9460954594
होली का त्योहार ! फागोत्सव लोक संस्कृति की बयार । प्रकृति का आनन्दोत्सव ! चारों ओर फाग और चंग की थाप की स्वर लहरियों की बहार जिसे सुनकर मन बरबस उस ओर खिंचा चला जाता है सर्वत्र कमाल का धमाल !! जहाँ देखो मस्ती का आलम !!
रंगो से सरोबार रंगोत्सव लोक पर्व पर क्विक न्यूज लाया है आपके साथ शब्दों की रंग रंगील़ी अनुठी होली ! कवियों एवं साहित्यकारों की कलम रूपी पिचकारी से काव्यमय बौछार कर रसासिक्त करने को आतुर !! मैं मनोज भारद्वाज क्विक टीम के साथ आपका अभिनंदन करता हूँ । आप सभी को होली की रंग रंगीली शुभकामनाए !! मंगलमय शुभेच्छाएँ !!
तो आइए ,आनन्द ले , होली पर होले होले हो ले मस्ती के मस्तानों की टोली संग …
कुचामन शहर से कवि , साहित्यकार ,श्रेष्ठ मंच उद्घोषक , सरल शब्दों में सीधी बात कहने वाले , नवोन्मेषी शब्द शिल्पी श्री सत्यप्रकाश शर्मा सच की कलम से होली …
होली है पावन रंग त्योहार
प्रेम प्रीत रा रंग बरसावा ।
तन मन भीगे क्षण हरसावा
सब रंग रच हिय सरसावा ॥
छंद फाग संग मधुर चंग ,
मुरली री तान सुनावा ।
उल्लास उत्साह उमंग ,
अनुराग सुरसरि बहावा ॥
प्रीत रा रंग छलके बोछार
मुस्कान री महके फुहार ।
होली खुशियाँ रा त्योहार
स्नेह डोर संग दे उपहार ॥
फाग राग हवा है खुमार ,
रंग पिचकारी प्रेम अपार ।
मस्त मस्ती मस्तानी टोली ,
स्नेह प्यार रंगो की बहार ॥
मानवता रा सतरंग संग ,
सद्भाव होली रा महकावा ।
सत्य सच है सच का रंग ,
हिय हरख होली मनावा ॥
✍️ सत्यप्रकाश शर्मा सच
होली और वो भी कुचामन की होली !! अपने अलग अंदाज , अपने अनोखे रंग में रंगी होली !
आइए , देखते है सच की कलम ने इसे कैसे शब्दों के रंग में रसासिक्त किया है –
कुचामणी होली शब्द रंग पिचकारी से …
कुचामन की है होली निराली
मूर्खाधिराज ले चले सवारी ,
उमड पड़े नगर सब नर नारी ,
अद्भूत स्वांग धरे मंडली सारी ,
मस्ती ही मस्ती उमंग है भारी ,
निरख निरख करे हंसी ठिठोली ।
कुचामन की है . . . .
कुचामन रत्न खिताब धरे है ताज ,
परहित उर मंगल भाव करे काज ,
रम्य कंठ अरु माला धरे सब साज ,
कुचामन रत्न पे करे हर कोई नाज ,
मान सम्मान पा मिले गले हमजोली ।
कुचामन की है . . . .
चंग ढोल ढपली फाग बजे न्यारे ,
रंग रंगीले भाव भरे कवि सारे ,
भर – भर पिंचकारी फाग रंग डारे ,
करते खूब धमाल है कवि प्यारे ,
खूब हंसाए कवियो की मस्तानी टोली ।
कुचामन की है . . . .
देखो सांय समय डांडा रोपण धमाल ,
रंग मुखडे कपड़े है रंगी नजारे कमाल ,
चंग ढोल बजे ढपली सब फाग ज्वाल ,
होली सजावट करे जीते कौन सवाल ,
मंत्र पठन सी बोले मीठी गाली ।
कुचामन की है . . . .
होली हवन दहन पावन है नजारा ,
पूजन लगे राजा राणी लागे प्यारा ,
सद्भावो के रंग घोले संग भाईचारा ,
सत्य सच है पावन त्योहार हमारा ,
होली लायी है खुशियो की झोली ।
कुचामन की है होली निराली ॥
✍️ सत्यप्रकाश शर्मा सच
कुचामन सिटी
परिचय –
नाम – सत्यप्रकाश शर्मा ‘सच’
पिता – श्री लालचंद शर्मा
निवास – न्यू कॉलोनी कुचामन सिटी
जन्मतिथि – 30.12.1976
योग्यता – एम.ए. एम.एड.
शिक्षण अनुभव – 11.12.1996 से अनवरत रूप से कार्यरत ।
विशेष उपलब्धियाँ –
क्रियात्मक अनुसंधान शोध विशेषज्ञ एसआरजी रूप में भूमिका ,स्थानीय निकाय से लोकसभा चुनाव तक मास्टर ट्रेनर की भूमिका ,एसआईक्यूई , निष्ठा ,नवनियुक्त शिक्षक इंडक्शन मॉडल प्रशिक्षण ,बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान एफएलएन प्रशिक्षण , नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में दक्ष प्रशिक्षक ,विभिन्न प्रशिक्षण एवं कार्यशाला में दक्ष प्रशिक्षक की भूमिका , शैक्षणिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य एव गुणात्मक श्रेष्ठ शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम , उन्नत शैक्षणिक प्रशैक्षणिक रिकॉर्ड ,नवाचारी शिक्षक ,नामांकन अभिवृद्धि में विशिष्ट कार्य , पाठ्य सहगामी प्रवृत्तियों के संचालक ,उत्कृष्ट मंच उद्घोषक एवं भाषा शिक्षण में व्याकरण शिक्षण नवाचारों के द्वारा शिक्षण नियोजन
प्रधानमंत्री द्वारा पर्यावरण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित ,ब्लॉक स्तरीय शिक्षक सम्मान ,उपखंड स्तर पर सम्मानित, निर्वाचन विभाग द्वारा जिला स्तर पर सम्मानित , नारी सशक्तिकरण के प्रोजेक्ट सखी संगम कार्यक्रम में जिला कलेक्टर द्वारा सम्मानित । नव भारत साक्षरता कार्यक्रम में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए जिला स्तर पर सम्मानित ।साहित्यिक लेखन हेतु विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित ।राज्यस्तरीय पंडित श्रीराम शर्मा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित ।
राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न साहित्यिक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन से सम्मानित ।
प्रकाशित पुस्तक – 1) सत्य सच है2) सच के फायकू 3) इदमन्न
पचास से अधिक साझा काव्य संग्रह प्रकाशित, विभिन्न पत्र पत्रिकाओ में रचनाओं का प्रकाशन । नवोन्मेषी शोधकर्ता शिक्षक | साहित्य संगम संस्थान राजस्थान इकाई में कार्यकारी अध्यक्ष दायित्व निर्वहन ।