निजी, स्कूल कॉलेज संचालक कमाई के लिए देश के भविष्य की सुरक्षा दांव पर लगा देते हैं |
यहां कुचामन शहर में प्राइवेट स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई भी फिक्रमंद नहीं है | बच्चों को स्कूल लाने-ले जाने वाले अधिकतर वाहन चालक सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन को ताक पर रखकर क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाकर शहर में तेज गति से बाल वाहिनी दौडाते हैं | परिवहन विभाग और, ट्रैफिक पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं करते इन लोगों ने शिक्षा को लाभ का धंधा बना रखा है | देश के भविष्य बच्चों की जान जोखिम में डालकर क्षमता से अधिक बच्चे बैठा कर वैन और ऑटो संचालकों द्वारा चांदी काटी जा रही है |
दरअसल दोस्तों यह आर्टिकल क्विक न्यूज़ के सह सम्पादक पंच परसा राम बुगालिया का हे |अभी तीन दिन पहले क्विक न्यूज़ की टीम किसी कवरेज को लेने दौरे पर थी वही उक्त विडियो में दिखाई गई गाड़ी क्षमता से अधिक बच्चो को भर के जा रही थी विडियो में आप वाहन की स्पीड देख सकते हे | अब आप सोचिये आप अपने बच्चो की जान को कितना जोखिम में डाल देते हे |
बात यही नही रूकती दोस्तों पंच परसा राम ने जब उक्त विडियो को फेस बुक पर अपलोड किया तो उनके पास धमकी भरे फोन भी आए | तो एक बात यह क्विक न्यूज़ स्पष्ट कर देना चाहता हे की क्विक न्यूज़ को न तो डराया जा सकता हे और ना ही पेसे से खरीदा ही जा सकता हे | अत: ऐसी कोई भी बात सोच समझ कर करे |
आपको जानकारी के लिए बता दें कि वाहन की फिटनेस,और नियमों की अनदेखी व सुरक्षा उपायों को नजरअंदाज करने के कारण प्रदेश में अनेक बाल वाहिनियों से हाल ही में एक के बाद एक कई दुर्घटनाएं हुई जिनमें नन्हें बच्चे मौत के आगोश में चले गए |
शहर में 50 से अधिक निजी विद्यालय हैं जिनमें तैनात बाल वाहिनियां शहर के हजारों परिवारों के कलेजे के टुकड़ों को सुबह घर से स्कूल ले जाती है तो दोपहर में वापस घर छोड़ती है |अनेक दुर्घटनाएं होने के बावजूद कुचामन के अधिकांश निजी स्कूल संजीदा नहीं हुए हैं ,बगैर फिटनेस एवं बालवाहिनी रजिस्ट्रेशन के बिना दर्जनों वाहन स्कूलों में अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं | कुछ वाहन तो इतने खटारा हैं कि अनेक बार बीच रास्तों में ही खड़े हो जाते हैं | इतना ही नहीं इनमें क्षमता से अधिक बच्चों को ठूंस दिया जाता है जिसमें सांस लेना भी मुश्किल होता है |
मालूम होवे भगत सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेशअध्यक्ष एवं विश्व जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष परसाराम बुगालिया ने हाल ही में कुछ दिनों पहले कुचामन उपखंड अधिकारी को लिखित में शिकायत करके मांग करी थी कि बाल वाहिनियां नियमों का पालन करते हुए संचालित हो