महात्मा गाँधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजली देगा देश
दोस्तों कल 2 अक्टूबर है और हमारा देश 2 अक्टूबर को राष्ट्र पिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के रूप में मनाता है।तो दोस्तों इसी क्रम में कल कुचामन सिटी के पुराने बस स्टेण्ड पर स्थित कनोई पार्क में नगर परिषद के द्वारा गांधी जयंती पर सर्व धर्म सभा का आयोजन किया जाएगा। वहीं पर नगर के गणमान्य नागरिकों द्वारा बापू और शास्त्री जी को श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन होगा।
इसी क्रम में नगर कांग्रेस कमेटी और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा भी पुष्पांजलि सभा का आयोजन रखा गया है। तो सभी कांग्रेस कार्यकर्ता कल प्रातः 10:00 बजे स्थानीय कनोइ पार्क में एकत्रित होकर महात्मा गांधी और शास्त्री जी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
मां शाकंभरी मंदिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव 3 अक्टूबर गुरुवार से।
स्थानीय स्वरूपली डूंगरी पर स्थित मां शाकंभरी मंदिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव 3 अक्टूबर गुरुवार से प्रारंभ होंगे। नवरात्र महोत्सव के अंतर्गत गुरुवार मध्यान्ह 12.15 बजे मैया जी के दरबार में वैदिक मन्त्रों द्वारा अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना की जाएगी। घट स्थापना के पश्चात मंदिर प्रांगण में माता जी की दिव्य ज्योत प्रवजलित की जाएगी। तथा शास्त्रोक्त मंत्र उच्चारण द्वारा मां की आरती होगी ।
आरती के पश्चात विद्वान शास्त्रियों द्वारा मैया जी के चरणों में सस्वर दुर्गा सप्तशती के अध्यायों का पठन होंगा । इस क्रम के अंतर्गत संध्या आरती शाम 7:15 बजे की जाएगी। नौ दिवसीय महोत्सव के अंतर्गत प्रतिदिन प्रात 8:15 बजे मैया जी की दिव्य ज्योति की जाएगी तथा संध्या आरती का समय 7:15 बजे रहेगा। प्रतिदिन मैया जी का दिव्य श्रृंगार किया जाता है। जिससे उनकी छवि देखते ही बनती है।
मा शाकम्बरी सेवा मंडल के सचीव श्री सुतेंद्र सारस्वत से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री मां शाकंभरी सेवा मंडल के तत्वाधान में इस महोत्सव के अंतर्गत मैया जी के दरबार में श्रद्धालुओं का मेला लगा रहता है |भक्त जनों की अटूट आस्था का केंद्र शाकंभरी माता के मंदिर में नवरात्र में श्रद्धालुओं का मेला लगा रहता है | भक्तजनों की अटूट आस्था का यह केंद्र शहरी नहीं बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भी भक्तजन मंदिर में माता जी के चरणों में अपनी हाजिरी लगाने व मन्नत मांगने के लिए पहुंचते हैं।
तथा मनोकामना पूर्ण होने पर मैया जी के जात, जडूला, एवं सवा मणी, प्रसाद करने हेतु परिवार सहित आते हैं। श्री मां शाकंभरी सेवा मंडल द्वारा सारी व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जाता है। मंदिर परिसर की सारी व्यवस्थाएं संभाली जाती है। जिससे आए दर्शनार्थियों को शुद्ध जल एवं प्रसाद की व्यवस्था भी की जाती है। शाकंभरी माताजी के नवदिवसीय नवरात्रों में जो प्रसाद भक्तजनों को वितरण किया जाता है वह एकदम सात्विक एवं शुद्ध होता है जिससे नवरात्र में जो श्रद्धालु व्रत रखते हैं वह भी ग्रहण कर सकते हैं। प्रतिदिन श्रद्धालुओं को ऋतु फल एवं मिष्ठान आदि का प्रसाद वितरण किया जाता है।
मंदिर परिसर में रंगीन रोशनी के बल्बों की साज सजावट की गई है तथा आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो इसकी पूरी व्यवस्था की गई है। नवरात्रि के नौ दिन तो पूरे दिन श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है।तथा संध्या आरती के समय तो भक्तों की अपार भीड़ उपस्थित रहती है तथा संध्या महा आरती में मैया जी के चरणों में उपस्थित होकर अपने आप को धन्य मानते हैं।