
गत 7 अक्टूबर को हुए रमेश रुलानिया हत्याकांड की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं थी, कि आज फिर से कुछ ऐसा घटनाक्रम हुआ कि पूरा शहर एक बार फिर से दहशत से स्तब्ध सा रह गया। क्षेत्र के शराब व बजरी व्यावसायी श्री दातार सिंह को विदेशी नंबरों से एक बार फिर व्हाट्सएप कॉल पर धमकी मिली है। धमकी देने वाले का नाम वही वीरेंद्र चारण और कहा गया कि “खर्चा पानी करवा देना नहीं तो अंजाम भुगतना पड़ेगा”। जब यह धमकी मिली तो व्यापारी ने तुरंत बगैर डरे चितावा थाना पुलिस से संपर्क किया।मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी तेजाराम ने आईटी एक्ट की धारा 308(2), (3), (4), (5 ) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

आगे बढ़ने से पहले यहां यह बता दे की 10 तारीख को कुचामन पुलिस ने एसपी रिचा तोमर के नेतृत्व में रमेश रूलानिया हत्याकांड में सहयोग करने वाले सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। जिनकी कल शहर में पैदल परेड भी करवाई गई थी। दरअसल यह परेड शहर की जनता ने अपराधियों का डर कम करने की करवाई थी। या इसे पुलिस द्वारा यह नाम दिया गया था।देखिए परेड के फुटेज ।

फिलहाल पुलिस को आंशिक सफलता ही मिल पाई थी कि आज फिर से एक धमकी भरी कॉल कुचामन की जनता की नींदें फिर से उड़ा दी। लिजीए सुनते हैं धमकी भरी कॉल।

वहीं भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेता ज्ञानाराम रणवा ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा,कि स्वर्गीय श्री रमेश की रुलानिया की हत्या के 6 दिन बाद भी पुलिस प्रशासन अभी तक मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जिससे पुलिस की नाकामी साबित हो रही है। अतः तुरंत प्रभाव से हत्यारो को यूपी सरकार की तर्ज पर एनकाउंटर किया जाए। स्वर्गीय रमेश रुलानिया को न्याय दिलाया जाए। साथ ही इस घटना में दोषी अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए।अन्यथा जनता का आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।इस घटना में जो भी अपराधी है उनकी अवैध संपत्ति को तुरंत प्रभाव से बुलडोज किया जाए।

क्विक न्यूज ने ज़ब जनता से जानकारी चाही तो ज्यादातर लोगो के अनुसार यह एक बड़ी सच्चाई है कि आम जनता कल की पैदल परेड की कार्रवाई को पुलिस की अपनी पीठ थपथपाने की कार्रवाई मान रही है। साथ ही यदि पुलिस कोई बड़ा एक्शन नहीं लेती है तो ऐसी स्थिति में असंतोष लगातार बढ़ता चला जाएगा।
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