नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं की कुचामन सिटी में आज तीन दिवसीय नानी बाई के मायरे की कथा का समापन हुआ है।दोस्तों कल किसी तकनीकी खामी की वजह से हम अपना कार्यक्रम नहीं कर पाए थे। लेकिन आज उसी को पूरा करते हैं।दोस्तों नानी बाई के मायरे की कथा विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक” गौवत्स श्री राधा कृष्ण जी महाराज “ द्वारा कुचामन सिटी में की जा रही है।
जिसका आज अंतिम दिन था दोस्तों राधा कृष्ण महाराज द्वारा आज कथा के प्रवचन में जोर देकर बताया गया कि ईश्वर ही सभी मनुष्यों का सभी प्राणियों का पेट भरता है।दोस्तों महाराज के का अनुसार इंसान को अपना पेट भरने के लिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, ईश्वर उसका पेट भरने का स्वयं इंतजाम करके रखता है।
दोस्तों आज की कथा शुरू होने से पहले कल रात्रि में एक भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें कुचामन सिटी के कलाकार मुकेश राजपुरोहित और उनकी पार्टी के द्वारा बढ़िया सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई आई दोस्तों सुनते हैं मुकेश राजपुरोहित द्वारा प्रस्तुत भजन।
दोस्तों यह तो हुई भजन संध्या की बात आज प्रातः 10:15 नानी बाई के मायरे की कथा की शुरुआत हो गई।महाराज गौवत्स श्री राधे कृष्णा जी महाराज के द्वारा आज कथा का अंतिम सोपान था।दोस्तों इस कथा में आज महाराज ने भगवान द्वारा नानी बाई के मायरे( नरसी भगत की पुत्री) के मायरे को भरने की कथा सुनाई।दोस्तों नरसी भगत भक्तिकाल के प्रमुख भारतीय भक्त हुए हैं।
कहां जाता है कि नरसी भगत जब पूर्ण रूप से साधु थे और उनके पास कुछ भी नहीं था तो उनकी पुत्री नानी बाई का मायरा भरने के लिए भगवान स्वयं नरसी भगत की पुकार पर नरसी भगत की पुत्री नानी बाई का मायरा भरने क लिए प्रकट हुए थे और मायरा भरा था।आईऐ सुनते हैं महाराज राधे कृष्णा जी के मुख से मायरे की कथा।
दोस्तों गौवत्स महाराज राधे कृष्णा जी के द्वारा कथा के साथ-साथ जो मधुर भजन सुनाए गऐ थे,वह भी सुनने लायक थे ।