
मतलब यह है कि जब तक जोरदार विरोध नहीं किया जाएगा नगर परिषद या कोई भी सरकारी नुमाइंदा या महकमा किसी काम पर ध्यान नहीं देगा। प्रार्थना पत्र ज्ञापन आदी तो उनके सर से सीधे ही गुजर जाते हैं। तो कुछ ऐसा ही वाकिया आज कुचामन सिटी के फायर ब्रिगेड कार्यालय के पास बुगालिया बास जाने वाली रोड पर सामने आया।

यहां पर एक बड़ा नाला सीवरेज की तर्ज पर बनाया गया है। पूरी रोड के गंदे पानी का निकास इसी नाले से किया जाता है। बहरहाल यहां के निवासी लगभग चार सालों से परेशान है। यहां का चैंबर हमेशा भरा ही रहता है। लोगों को भयंकर बदबू का सामना तो करना ही पड़ता है साथ ही साथ रोड पर हमेशा कीचड़ भी फैला रहता है।

यहां के नागरिक तो क्या यहां से गुजरने वाले राहगीर भी एक लंबे अरसे से इस समस्या से परेशान है। ऐसा नहीं है कि यहां के लोगों ने किसी को इस समस्या से अवगत नहीं कराया है। उनके अनुसार सैकड़ो बार पार्षद से लेकर सांसद तक सभी को इस समस्या के बारे में बताया गया। लेकिन लगता है किसी के भी कान पर जू तक नहीं रेंगति।

आखिर आज लोगों ने परेशान होकर विशेषत यहां की महिलाओं ने रोड पर बड़े-बड़े कटे हुए पेड़ रखकर किस रोड को जाम कर दिया। आइये सुनते हैं इस समस्या के बारे में यही की महिलाओं की व्यथा। संलग्न वीडियो में। अब जब विरोध ज्यादा जोर पकड़ने लगा तो नगर परिषद प्रशासन भी की भी नींद खुली। और जै ई एन साहब, यहां के स्थानीय पार्षद, उपसभापति, दल बल के साथ वहां पहुंचे और समस्या को गहराई से देखा और काम करवाने का आश्वासन दिया।

लेकिन महिलाएं तो काम पूरा होने के बाद ही रास्ता खोलने पर अड़ गई। आखिर संबंधित ठेकेदार को वहां बुलाया गया और जेसीबी से गंदगी को हटाने का काम शुरू करवाया गया। मतलब यहां यह स्पष्ट हो गया कि यदि किसी को काम करवाना है तो पुरजोर विरोध करना ही पड़ेगा करना। वर्ना चार साल निकल जाने के बाद भी काम की तरफ देखा भी नहीं जाएगा।
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