“मस्जिद में ऐलान के साथ चांद की दीद हो गई,
हमें भी खुशी हुई की नवरात्रि के साथ ईद हो गई। “ “

कल रात को चांद दिखा और ईद का ऐलान हो गया और खुशी और अमन के त्योहार ईद मनाने के का भी निर्णय हो गया। सुबह जल्दी ही सभी मुस्लिम भाई ईदगाह पहुंचे और ईद की नमाज एक साथ अदा की।
एक साथ खुदा की बारगाह में नमाज अदा करते मुसलमानो का दृश्य वाकेई लोम हर्षक बन पड़ा था। शहर काजी द्वारा नमाज अदा करवाई गई।सुबह जल्दी ही शहरकाज़ी जुलूस के साथ पलटन गेट से निकल गए थे।जो कि लगभग 8:00 बजे ईदगाह पहुंचे और वहां सभी ने एक साथ नमाज अदा की।

नमाज अदा करने के बाद सभी ने एक दूसरे को गले लगकर मुबारकबाद दी और वतन में खुशहाली की एवं भाईचारे की दुआ की।प्रशासन पूरी तरह मुस्तेद था। इसी बीच प्रशासन को कुछ मुस्लिम महिलाओं का विरोध भी झेलना पड़ा।हुआ कुछ यूं कि पिछले दिनों हुए फिरौती प्रकरण में शफीक खान के परिवार और परिवार से जुड़ी महिलाएं एवं उनके परिजन प्रशासन को विरोध करने ईदगाह के बाहर एकत्रित हो गए।

स्थानीय महिलाए पहुँची ईदगाह,महिलाओ को आते देख सभापति आसिफ खान व आरिफ खान आनन फानन में भाग गाड़ी में बैठकर हुआ घर की तरफ रवाना
एक तरफ जहाँ पवित्र माह रमजान पूरा होने पर ईद की खुशिया मनाई जा रही थी।वही शहर के खान मौहल्ला ईदगाह में सभापति के खिलाफ स्थानीय महिलाओ ने मोर्चा खोल दिया। स्थानीय महिलाओ का कहना है के सभापति आसिफ खान व उसके भाई आरिफ खान पुरे मौहल्ले के लिए घातक साबित हो रहा है।मौहल्ले भर में चल रही नाराज़गी का फायदा उठाते हुए सभापति ने मौहल्ले के 4 लोगो को कुचामन पुलिस द्वारा नोटिस जारी कर हुड़दंग ना करने के लिए पाबंद किया गया जबकि मोहल्ले में ऐसा कुछ भी करने का इरादा नही था।

मौहल्ले वासियो का कहना है जबसे आसिफ खान सभापति पद ग्रहण किया है तब से ही पूरा मौहल्ला विनाश की और जा रहा है।मौहल्ले में हो रही अनेक गतिविधियों को देखते हुए मौहल्लेवासियो का सब्र का बांध आज टूट गया और विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी को देखते हुए खान मौहल्ले की सैंकड़ो महिलाएं आज ईद की नमाज़ के दौरान ईदगाह पहुँच गयी और सभी प्रसाशनिक अधिकारी व पूर्व विधायक महेन्द्र चौधरी के समक्ष अपना सामूहिक विरोध दर्ज करवाया। बढ़ते विरोध को देखते हए सभापति आसिफ खान उसके भाई आरिफ खान व उनके समर्थक ईदगाह के पिछले गेट से भाग खड़े हुए।यह नज़ारा ईदगाह में मौजूद हज़ारो लोगो ने देखा।

वहीं अंदर मौजूद पूर्व मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी को भी विरोध का सामना करना पड़ा।महिलाओं का सीधा-सीधा आरोप था कि उन्हें आतंकवादी और भगोडो जैसे आपराधिक विशेषणो के साथ अपमान झेलना पड़ता है।
बरहाल थोड़े विरोध के बाद ईद का त्यौहार भी शांति के साथ संपन्न हुआ अब दिन भर एक दूसरे के घर मुबारकबाद देने का सिलसिला भी जारी रहेगा।
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